मामले में उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा था कि नोएडा में कोरोना वायरस के रोकथाम में फेल हुए बीएन सिंह ने तीन महीने की छुट्टी मांग अनुशासनहीनता का परिचय दिया. इतना ही नहीं इस बात को मीडिया में भी लीक किया, जिसकी वजह से उनका स्थान्तरण राजस्व परिषद में करते हुए विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की गई है. जांच की ज़िम्मेदारी नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन आलोक टंडन को दी गई है.
शासन द्वारा जारी पत्र के अनुसार जांच के दौरान बीएन सिंह द्वारा दिए गए उत्तर और इस संबंध में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा द़्वारा उपलब्ध कराई गई आख्या की जांच के बाद बीएन सिंह के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही समाप्त किए जाने का निर्णय लिया गया है.