फुलवारीशरीफ (पटना)। पटना के बेउर जेल के पास चल रहे ड्रेनेज निर्माण कार्य के दौरान नाला के लिए गड्ढे में उतरे दो मजदूरों की मौत जहरीली गैस के चलते हो गई। घटना के बाद काम करा रहे निजी निर्माण कंपनी के अधिकारियों और वहां काम कर रहे दूसरे मजदूरों में हड़कम्प मच गया। मृतकों में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद निवासी मो सद्दाम और मो इकबाल शामिल हैं। घटनास्थल पर बेउर थाना पुलिस पहुंची और छानबिन में जुट गई। हादसे के बाद वहां काम कर रहे दूसरे मजदूरों में निर्माण कंपनी के अशिकारियो के प्रति नाराजगी देखा गया।
पटना के बेउर इलाके में निजी कंपनी द्वारा बड़े नाले का निर्माण कराई जा रही थी। इस बीच सोमवार को इस प्रोजेक्ट के तहत काम कर रहे मजदूर गड्ढे में उतरे तो उनकी दम घुटने लगी। एक मजदूर को दम घुटता देख दूसरा मजदूर भी उसे बचाने के लिए गड्ढा में उतरा और उसे भी सांस लेने में परेशानी होने लगी। इस स्थिति को देखकर आसपास के मजदूरों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया। मजदूरों की आवाज सुनकर काम करा रहे निर्माण कम्पनी के अधिकारी वहां पहुंचे।
तत्काल इसकी सूचना बेउर थाने को दी गई। सूचना मिलते ही थाना के आला अधिकारी दल बल के साथ वहां पहुंचे और मजदूरों को गड्ढे से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। काफी मशक्कत के बाद गड्ढे में फंसे दोनों मजदूरों को निकाला गया तब तक उनकी स्थिति गंभीर दिख रही थी। मजदूरों के स्थिति को देखते हुए पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए पटना के पीएमसीएच भेज दिया जहां उनकी मौत हो गयी।
बेउर थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों मजदूर पश्चिम बंगाल के निवासी थे और उनका नाम सद्दाम हुसैन एवं इकबाल हुसैन है जिनकी उम्र लगभग 30 वर्ष होगी। घटना के बारे में लापरवाही बरतने वालो को जांच के बाद करवाई का सामना करना पड़ेगा। निर्माण कम्पनी ने मृतकों के परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।