(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों की जांच के लिए परीक्षक बनाये गये शिक्षकों को विरमित नहीं करने वाले प्रधानाध्यापकों पर काररवाई होगी। इससे संबंधित निर्देश जिले के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्राचार्यों एवं प्रधानाध्यापकों को जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरज कुमार द्वारा सोमवार को निर्देश दिये गये हैं। मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों की जांच 12 मार्च से ही चल रही है। 24 मार्च तक कॉपियों की जांच का कार्य पूरा करने का बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का लक्ष्य है।
यहां पटना जिले में 14 मूल्यांकन केंद्रों पर मैट्रिक परीक्षा की कॉपियों की जांच चल रही है। कॉपियों की जांच के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा हर मूल्यांकन केंद्र पर विषयवार आवंटित उत्तर पुस्तिकाओं के अनुरूप प्रधान परीक्षक एवं सह परीक्षक नियुक्त कर नियुक्ति पत्र निर्गत किये गये हैं। लेकिन, मूल्यांकन केंद्रों की रिपोर्ट के मुताबिक मूल्यांकन केंद्र पर आवंटित संख्या के अनुरूप प्रधान परीक्षकों एवं सह परीक्षकों द्वारा योगदान नहीं किया गया है।
इसे गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी नीरज कुमार ने जिले के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्राचार्यों एवं प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि प्रधान परीक्षक एवं सह परीक्षक के रूप में नियुक्त किये गये शिक्षकों को बिना किसी चूक के मूल्यांकन कार्य के लिए विरमित करें। इसके लिए उन्हें सोमवार का ही वक्त दिया गया था। विरमित नहीं करने वाले प्राचार्य-प्रधानाध्यापकों पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम के तहत काररवाई होगी।