स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण को लेकर पूरी तरह अलर्ट
(आज समाचार सेवा)
पटना। बिहार में अभियान के तहत कोरोना का टीकाकरण अभियान चलेगा। इस अभियान में जन भागीदारी सुनिश्चित कर इसे जन आंदोलन का रूप दिया जायेगा। शुक्रवार को सभी जिलों में तीन जगहों पर कोरोना टीके के दूसरे चरण का पूर्वाभ्यास होगा।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षबद्र्धन के साथ आज हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में कल होने वाले ड्राई-रन की तैयारियों पर चर्चा हुई। इस मामले में आगे होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम पर उन्होंने आवश्यक निर्देश भी दिये। इस मौके पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग न सिर्फ अलर्ट है, बल्कि केन्द्र से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहा है। टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को दक्ष किया गया है, वहीं वैक्सीन के रखरखाव और उसकी शीतलता बनाये रखने की मुक्कमल व्यवस्था भी की गयी है।
जिला और प्रखंड स्तर पर वैक्सीन व कोल्ड चेन प्रबंधकों की तैनाती की गयी है। इसके पहले दो जनवरी को तीन जिलों के तीन-तीन स्थानों पर ड्राई-रन हुआ था। अभियान को सफल बनाने के लिए सभी जिलों के स्वास्थ्यकर्मियों को पूर्व में ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कई चरणों में प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण में स्वास्थ्यकर्मियों को विन-साफ्टवेयर से अवगत कराने के साथ-साथ को-विन पोर्टल में लाभार्थियों को पंजीकृत कराने की प्रक्रिया के बारे में बारीकी से जानकारी दी गयी।
उन्होंने बताया कि सभी लक्षित लाभार्थियों के लिए यह अनिवार्य है कि कोरोना टीका लेने हेतु पूर्व से ही उनका पंजीकरण को-विन पोर्टल में किया जाये। मंगलवार से जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डाटा इंट्री ऑपरेटर और जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारियों का तीन बैच में प्रशिक्षण देने का काम आज समाप्त हो गया। मंगलवार को प्रशिक्षण में को-विन पोर्टल पर प्रतिभागियों की समझ को और सुदृढ़ किया गया।
यही नहीं, ‘ग्रुप वर्क एंड हैंड ऑन प्रैटिक्स’ के माध्यम से इस पूरी प्रक्रिया का अभ्यास पोर्टल पर किया गया। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम की प्लानिंग, रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग पर भी चर्चा की गयी। इसमें उपयोग किये जानेवाले प्रपत्रों को भी समझा गया, ताकि टीकाकरण में कोई तकनीकी बाधा नहीं आये।
उन्होंने स्वीकार किया कि इस पूरे अभियान में वैक्सीन के रखरखाव हेतु कोल्ड-चेन एक महत्वपूर्ण कड़ी है। कोविड वैक्सीन के रखरखाव के लिए केन्द्र सरकार ने अतिरिक्त संसाधन का आवंटन किया है। केन्द्र ने रखरखाव के लिए ९८० से अधिक उपकरणों का केन्द्र ने आवंटन किया है, जबकि राज्य में अभी इन उपकरणों की उपलब्धता २६०० से अधिक है। ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए जिला स्तर तक शांति शृंखला उपकरण का उपयोग किया जायेगा, ताकि उसकी शीतलता बरकरार रहे।