- नई दिल्ली, अगस्त 06: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज लोकल गोज ग्लोबल-मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के व्यापार और वाणिज्य क्षेत्र के स्टेकहोल्डर्स और विदेशों में भारतीय मिशनों के प्रमुखों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि, आज फिजिकल, टेक्नोलॉजीकल और फाइनेंसियल कनेक्टिविटी की वजह से दुनिया हर रोज और छोटी होती जा रही है। ऐसे में हमारे एक्सपोर्ट के एक्सपेंशन के लिए दुनिया भर में नई संभावनाएं बन रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि, इस वक्त हमारा एक्सपोर्ट जीडीपी का लगभग 20 प्रतिशत है। हमारी अर्थव्यवस्था के साइज़, हमारे पॉटेनशियल, हमारी मैन्युफेक्चरिंग और सर्विस इंडस्ट्री के बेस को देखते हुए इसमें बहुत वृद्धि की संभावना है। इस दौरान पीएम मोदी ने एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए चार फैक्टर्स को गिनाया। मोदी ने कहा कि एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए चार फैक्टर्स बहुत महत्वपूर्ण हैं। पहला- देश में मैन्यूफैक्चरिंग कई गुना बढ़े। दूसरा- ट्रांसपोर्ट की, लॉजिस्टिक्स की दिक्कतें दूर हों।
पीएम मोदी ने तीसरा फैक्टर बताया कि, एक्सपोर्टर्स के साथ सरकार कंधे से कंधा मिलाकर चले और चौथा फैक्टर, जो आज के इस आयोजन से जुड़ा है, वो है- भारतीय प्रॉडक्ट्स के लिए इंटरनेशनल मार्कट हो। पीएम ने कहा कि, प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम से हमारी मैन्युफैक्चरिंग की स्केल ही नहीं बल्कि वैश्विक गुणवत्ता और दक्षताका स्तर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इससे आत्मनिर्भर भारत का, मेड इन इंडिया का नया इकोसिस्टम विकसित होगा। देश को मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट के नए ग्लोबल चैंपियन मिलेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि, हाल ही में सरकार ने एक्सपोटर्स को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से हमारे एक्सपोटर्स को इंश्योरेंस कवर के रूप में लगभग 88 हज़ार करोड़ रुपए का बूस्ट मिलेगा। इसी प्रकार एक्सपोर्ट इंसेंटिव को युक्तिसंगत करने से, डब्ल्यूएचओ कंप्लायेंट बनाने से भी हमारे एक्सपोर्ट को बल मिलेगा। दुनिया के अलग-अलग देशों में बिजनेस करने वाले हमारे एक्सपोर्टर्स बहुत बेहतर तरीके से जानते हैं कि स्थिरता का कितना बड़ा प्रभाव होता है। भारत ने पूर्वव्यापी कराधान से मुक्ति का जो फैसला लिया है, वो हमारा कमिटमेंट दिखाता है, पॉलीसीज में संगतता दिखाता है।