पटना। पूर्णिया संसदीय क्षेत्र पूर्व सांसद सह हाल में ही अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने वाले राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) के बागी तेवर के कारण यह संसदीय क्षेत्र राष्ट्रीय स्तर पर सूर्खियों में है।
पप्पू यादव के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से यह माना जा रहा था कि वे पूर्णिया (Purnia Lok Sabha) से इंडी गठबंधन के उम्मीदवार होंगे। इसी बीच ऐन मौके पर गठबंधन में इस सीट पर राजद ने अपनी दावेदारी ठोक दी और सीट उनके हिस्से में चला गया।
महीनों से क्षेत्र में पसीना बहा रहे पप्पू
वहीं, महीनों से क्षेत्र में पसीना बहा रहे पप्पू यादव ने इस स्थिति में निर्दलीय ही मैदान में उतरने का निर्णय लिया और नामांकन के अंतिम दिन नामजदगी का पर्चा दाखिल कर दिया। अब प्रचार प्रसार में जुट गए हैं। इस बीच पप्पू यादव ने मीडिया से बात की।
वे एनडीए को मजबूत करना चाहते हैं- पप्पू यादव
पप्पू ने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी जनता के प्रत्याशी होते हैं और उन्होंने लोगों के दिल में जगह बनाई है। इसके बाद अप्रत्यक्ष रूप से महागठबंधन की ओर इशारा करते हुए पप्पू ने कहा कि आजकल दलों में जो अहंकार है, इसके जरिए वे एनडीए को मजबूत करना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पूरे कांग्रेस के कार्यकर्ता यह चाहते थे कि पप्पू यादव पूर्णिया सीट से लड़ें और इसके साथ ही पूर्णिया के सभी लोगों की भी यही इच्छा थी। मधेपुरा और सुपौल में अब तक कैंडिडेट की घोषणा नहीं हुई है, अब तक पप्पू का इंतजार किया जा रहा है।