पटना

बिहारशरीफ का लॉकडाउन- सुबह 06 बजे से ही आलमगंज सहित कई बाजारों में शुरू हो जाती है ईद और शादी की खरीदारी


  • कपड़ा, बर्तन, सोना-चांदी, आतिशबाजी से संबंधित सामग्री दुकान खोलकर बेचा जा रहा है तो फुटपाथ पर लगा रहा है रेडिमेड का दुकान
  • सरकार भले ही लॉकडाउन लगाकर कोविड को कंट्रोल करना चाह रही हो लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के वजह से शहर में लॉकडाउन तार-तार

बिहारशरीफ (आससे)। बिहारशरीफ शहर की स्थिति यही बनी रही तो शायद ही लॉकडाउन के निर्धारित अवधि तक कोविड नियंत्रित हो पायेगा। सच तो यह है कि बिहारशरीफ शहर के कई इलाकों में प्रावधान के विरुद्ध दुकान खोली जा रही है और धड़ल्ले से सामानों की बिक्री हो रही है।

यूं तो शहर के प्रायः इलाकों में सुबह 07 से 11 बजे तक आवश्यक सामग्री की दुकानों की आड़ में सभी प्रकार की दुकानें खोली जा रही है। खासकर आलमगंज में स्थिति काफी भयावह है। पोस्टऑफिस चौराहा से लेकर पुल पर चौराहा तक शुक्रवार को फुटपाथों पर रेडिमेड कपड़े की दुकान सजी हुई थी और काफी संख्या में खरीदार वहां जमा थे। ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था और ना ही लोग मास्क लगा रखे थे। आलमगंज की प्रायः सभी रेडिमेड दुकानें परोक्ष रूप से खुली थी। शटर तो गिरे थे, लेकिन शटर के अंदर दुकान मालिक से लेकर स्टाफ तक मौजूद थे। शटर नॉक करने के साथ ही ग्राहकों को अंदर इंट्री मिलती थी और फिर वहां लोग खरीदारी कर बाहर निकल रहे थे।

आलमगंज बाजार में जहां ईद के लिए लोग कुर्ते और टोपी फुटपाथ पर लगी दुकानों से खरीद रहे थे वहीं धड़ल्ले से पटाखे और आतिशबाजी के सामान भी लोग बारात के लिए खरीदते दिखे। रेडिमेड दुकानों में खरीदारी हो ही रही थी। श्रृंगार के दुकानों का भी शटर उठाकर सामान बेचा जा रहा था। इतना ही नहीं और भी कई तरह की दुकान खुली हुई थी, लेकिन कोई देखने वाला नहीं था।

कमोबेश यही स्थिति सोहसराय इलाके में भी दिखी। चाहे एतवारी बाजार हो या मोगल कुआं इन बाजारों में भी आवश्यक सामग्री के साथ ही अन्य प्रकार की दुकानें खुली थी। प्रतिबंध के बावजूद अंबेदकर चौक से आज भी छोटी-बड़ी वाहनें यात्रियों को लेकर आ-जा रही थी। शादी को लेकर खरीदारी करने वाले लोगों की अच्छी तादाद दिखी और लोगों को शादी के लिए सामान भी मिल ही गया।

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बिहारशरीफ शहरी इलाका में लॉकडाउन का अनुपालन सही तरीके से नहीं हो रहा है। खासकर सुबह 07 बजे से 11 बजे की अवधि जिसमें आवश्यक सामग्री बेचने की छूट है के एक घंटा कवल यानी 06 बजे सुबह से ही इसका लाभ उठाकर लोग कपड़ा, मनिहारी से लेकर बर्तन तक की बिक्री कर रहे है। चौक बाजार में तो सोना-चांदी से लेकर बर्तन के दुकानों में भी सुबह-सुबह खरीदारी होते दिखी।

विडंबना तो यह है कि ना तो प्रशासनिक महकमा और ना ही पुलिस महकमा इस ओर ध्यान दे रही है। नियम के विरुद्ध दुकानें खुल रही है और सोशल डिस्टेंसिंग से लेकर लॉकडाउन प्रावधान का उल्लंघन हो रहा है।