पटना

बिहारशरीफ: रहुई थाना में महिला कैदी ने की आत्महत्या


      • एसपी ने दो पुलिस अधिकारी और एक महिला कांस्टेबल को किया निलंबित
      • मृतका थी तीन बच्चे की मां जो प्रेमी के साथ हुई थी फरार
      • रहुई पुलिस का दावा महिला ने की आत्महत्या का वीडियो फुटेज कैमरे में है कैद
      • घटना की सूचना पाकर एसपी सहित डीएसपी एवं कई थाना पुलिस पहुंची रही रहुई थाना

बिहारशरीफ (आससे)। बीती रात रहुई थाना क्षेत्र में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों का आरोप है कि थाने के अधिकारियों ने महिला के साथ टॉर्चर किया, जिससे तबाह होकर वह आत्महत्या कर ली। इस बात को लेकर परिजनों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। हालांकि इस मामले में नालंदा एसपी हरिप्रसाथ एस. ने तत्काल कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने वाले ऑफिसर इन ड्यूटी, केस के इंवेस्टिगेशन आफिसर तथा महिला कांस्टेबल जो ड्यूटी में तैनात थी को निलंबित कर दिया है। साथ ही इस मामले की जांच शुरू करवाई है। एसपी ने स्पष्ट कहा कि जांच रिपोर्ट आने पर अगर इसमें किसी और के संलिप्तता या दोष पाया गया तो उसपर भी कार्रवाई की जायेगी।

बताते चले कि रहुई थाना क्षेत्र के सैदी गांव के रूदल यादव की पत्नी अंजू देवी अपने प्रेमी के साथ जो पड़ोसी गांव मई फरीदा का रहने वाला है, जिसका नाम लव यादव था के साथ फरार हो गयी थी। इस मामले में पुलिस को सूचना दी गयी। कांड दर्ज कर पुलिसिया कार्रवाई शुरू हुई और पुलिस ने उक्त महिला और युवक को पटना स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया था तथा दोनों को रहुई थाना में रखा गया था। बताया जाता है कि महिला तीन  बच्चों की मां थी और काफी दिनों से उसका प्रेम प्रसंग लव यादव के साथ चल रहा था। लव के परिजन ने ही 21 मई को बिहार थाना में उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जबकि 22 मई को अंजू देवी के पति ने रहुई थाना में पत्नी के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तारी के बाद महिला को रहुई थाना में रखा गया था। हाजत के बजाय उक्त महिला को कमरे में रखा गया। जहां महिला कांस्टेबल को ड्यूटी में भी लगाया गया था। बावजूद इसके गिरफ्तार अंजू देवी अपने स्कार्फ से कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि यह पूरी वारदात थाने में लगी सीसीटीवी कैमरा में कैद हो गयी है।

आज अहले सुबह घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाथ एस., सदर एसडीपीओ डॉ. शिवली नोमानी, डीसपी संजय कुमार, रहुई बीडीओ विवेक कुमार, अंचलाधिकारी रंजीत कुमार के अलावे कई थाना की पुलिस रहुई थाना पहुंची। वजह यह थी कि पुलिस को आशंका थी कि इस मामले में हंगामा हो सकता है। वहां से मृतका का शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां भी सुरक्षा का कड़ा इंतजाम था।

इस मामले में पीड़ित परिवार लगातार यह आरोप लगा रहा है कि थाना में टॉर्चर करने के कारण ही महिला ने आत्महत्या की। हालांकि रहुई थाना पुलिस का दावा है कि पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। इस मामले में लोग मौजूदा थानाध्यक्ष जो प्रशिक्षु डीएसपी है को भी दोषी मान रहा है और कार्रवाई की मांग कर रहे है। आरोप है कि महिला के साथ पिटाई भी की गयी है। अब तो मामला जांच के बाद ही पता चलेगा कि सच्चाई क्या है, लेकिन आज की घटना के बाद थाना पुलिस पर सवाल उठने खड़े हो गये है।

बहरहाल महिला की मौत कैसे हुई अगर आत्महत्या की तो फिर तैनात सुरक्षा कर्मी क्या कर रही थी? यह यक्ष प्रश्न खड़ा है। सवाल यह भी उठ रहा है कि अगर थाना में सुरक्षा के बावजूद कोई आत्महत्या कर ले तो बाकी जगह के लिए पुलिस क्या कर सकती है?