- नई दिल्ली। देश भर में फैली कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने सभी राज्यों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीचबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में महामारी की मौजूदा स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि पश्चिम बंगाल में संक्रमण की दर बहुत ज्यादा है और वहां से आने वाले सभी यात्रियों की जांच कराई जाए। इसके बाद बंगाल से बस/ट्रेन सहित सार्वजनिक परिवहन से आने वाले सभी लोगों की जांच होगी।
CM ने ग्रामीण इलाकों में खास ध्यान के लिए कहा
मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन हुई इस बैठक में कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की दर में गिरावट आ रही है लेकिन नमूनों की जांच की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, खास तौर से ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से जांच करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के जिन इलाकों में संक्रमितों की संख्या ज्यादा पाई जा रही है, उनपर विशेष नजर रखें, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठाएं और जरूरत होने पर घर-घर जाकर सर्वेक्षण करें।
उन्होंने कहा, सुनिश्चित करें कि गृह-पृथकवास में रहने वाले मरीजों को दवा और उनकी देखरेख में कोई दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से मरने वालों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलने वाली अनुग्रह राशि अवश्य उपलब्ध कराएं।
बिहार में मरीजों का रिकवरी रेट 95.27 फीसदी
बिहार में अभी तक कुल 6,95,726 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। जिनमें से 6,55,850 मरीज रिकवर चुके हैं। वहीं 35,129 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य में मरीजों का रिकवरी रेट 95.27 फीसदी है। मंगलवार को कुल 1,44,105 नमूनों की जांच की गई। बिहार में अभी तक कुल 2,92,80,386 नमूनों की जांच हुई है। राज्य में मंगलवार को 18 से 44 वर्ष और 45 वर्ष से ऊपर सहित 1,02,544 लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया जा चुका है।