पटना, । भाजपा से गठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है। इसके साथ ही बिहार में नीतीश के नेतृत्व में पांच वर्ष बाद फिर से महागठबंधन सरकार बनने का रास्ता प्रशस्त हो गया है। राजद-कांग्रेस एवं वामदलों के साथ संयुक्त बैठक कर नीतीश कुमार ने नई सरकार के गठन के लिए राज्यपाल फागू चौहान को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है। जानकारी के मुताबिक बुधवार को दोपहर दो बजे नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे तो वहीं तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम की शपथ लेंगे।
तेजस्वी ने साधा बीजेपी पर निशाना
राजभवन में महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने गठबंधन के दलों का नष्ट कर देती हैं। उन्होंने कहा कि सबने देखा है कि पंजाब और महाराष्ट्र में क्या हुआ है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के सामने मांग रखी,लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी को छोड़कर आज नीतीश कुमार को बिहार के सभी दलों ने अपना नेता माना है।
तेजस्वी यादव से जब पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। इसपर उन्होंने कहा कि ये फैसला में मुख्यमंत्री पर छोड़ता हूं। उन्होंने कहा कि आज के वक्त में नीतीश कुमार सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री हैं। इन्होंने काम किया है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि आज देश का माहौल खराब किया जा है और ऐसे वक्त में नीतीश कुमार ने निर्डर होकर फैसला लिया है। नीतीश कुमार का यह कदम बिहार की जनता के हित में है। वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में माहौल खराब करने की कोशिश हो रही थी, ये मुझे बुरा लगा। हमारे सांसदों और विधायकों ने एनडीए से अलग होने का फैसाल लिया। जिसके बाद मैंने इस्तीफा दे दिया।