पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण एक बार फिर से बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। पिछले 24 घंटे में बिहार में 259 नए कोरोना के मरीज मिले हैं। इसके साथ ही अब आंकड़ा बढ़कर 1579 तक जा पहुंचा है। इसमें अकेले राजधानी पटना में कुल 641 मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में पटना में 97 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
पिछले 72 घंटे में कोरोना के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है। अकेले पटना में पिछले 10 दिनों में 641 एक्टिव केस दर्ज हुए हैं तो वहीं शेखपुरा में 10 दिनों में महज 1 संक्रमित ही मिला है। इसके अलावा शिवहर में 2, जमुई में 3, खगड़िया, मधेपुरा और लखीसराय में 10 दिनों में क्रमशः 5, 6 और 7 कोरोना के संक्रमित पाए गए हैं। पटना के बाद भागलपुर दूसरा सबसे खतरनाक शहर बनने लगा है। भागलपुर में पिछले 10 दिनों में 104 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। इसके बाद अररिया में 85 और जहानाबाद में 83 नए संक्रमित पाए गए हैं।
एम्स में कोरोना से 2 की मौत
फुलवारीशरीफ। पटना एम्स में बुधवार को 2 व्यक्ति की मौत कोरोना से हो गयी, जबकि नये मरीजों में 11 मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव निकली है। एम्स कोरोना नोडल आफिसर डॉ संजीव कुमार के मुताबिक पटना एम्स में नवादा के 58 वर्षीय राजेन्द्र सिंह, जबकि वैशाली की 65 वर्षीय नर्मदा देवी की मौत हो गयी है। वहीं बुधवार को एम्स के आइसोलेशन वार्ड में 11 नये मरीजों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आयी, जिसमें पटना, नालंदा, अरवल, पूर्वी चंपारण, भागलपुर, सीतामढ़ी के मरीज शामिल हैं। इसके अलावा एम्स में 1 व्यक्ति ने कोरोना को मात दे दिया, जिन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
पटना सिटी से आससे के अनुसार नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही हैं ऐसे में बुधवार को चर्म रोग विभाग के एक चिकित्सक कोरोना संक्रमित हो गए हैं जिन्हें होम क्वारेटिन में भेज दिया गया हैं जबकि 1166 सैपल जॉच में 10 मरीजों में कोरोना वायरस के लक्ष्ण मिलने से हड़कप मच गयी हैं। इस बात की जानकारी देते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 4750 मरीज में 3949 ठीक होकर घर लौट गयी हैं अबतक 210 मरीज की मौत व 2029 भर्त्ती मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं।
इस संबंध में अस्पताल के एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ-मुकुल सिंह, अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह व माइक्रोबॉयोलॉजी विभागघ्यक्ष सह नोडल पदाधिकारी डॉ संजय कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि माईक्रोंबॉयोलॉजी में 1166 सैपल की जॉच में 10 कोरोना संक्रमित, टू-नेट-0-0 व रैपिड-0-0, आरटीपीसीआर में 1166 मरीज में 10 कोरोना संक्रमित हैं जबकि अस्पताल में 97 वेड उपलब्ध हैं दूसरी ओर गुरू गोबिन्द सिंह सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉ आरआर चौधरी, अधीक्षक डॉ पशुपति कुमार सिंह,प्रबंधक साविर खान ने संयुक्त रूप से बताया कि 155 सैपल की जॉच की गयी जिसमें रैपिड-77 में 0 कोरोना संक्रमित, आरटीपीसीआर में 78-0 हैं जबकि 60 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी गयी हैं।
पटना शहर से ज्यादा सुरक्षित ग्रामीण इलाके
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पटना शहर पर कोरोना का खतरा ज्यादा मंडरा रहा है। वहीं, आंकड़े ये भी बता रहे हैं कि पटना के ग्रामीण इलाके अब भी ज्यादा सुरक्षित हैं। पिछले 10 दिनों में पटना में कुल 626 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें शहरी इलाकों में 524 एक्टिव केस सामने आए हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में महज 102 संक्रमित ही मिले हैं। फुलवारीशरीफ में 38 तो दानापुर में पिछले 10 दिनों 26 नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
ग्रामीण इलाकों की स्थिति बेहतर
पटना के अथमलगोला, बिहटा, बिक्रम और मोकामा में जहां पिछले 10 दिनों में केवल 1 ही कोरोना संक्रमित पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी बताते हैं कि पटना शहर सबसे ज्यादा खतरनाक जोन में इसलिए भी है कि दूसरे प्रदेशों से होली के मौके पर जो लोग पिछले कुछ दिनों में बिहार पहुंचे हैं उनमें अधिकांश लोग पटना या तो एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन या फिर पटना बस अड्डे से होकर ही दूसरे जिलों तक पहुंचे हैं। इनकी कोरोना की जांच पटना में ही कराई जाती है और जब जांच पॉजिटिव आता है जाहिर है इसके चलते पटना में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है।