नयी दिल्ली। लग्जरी वाहन बनाने वाली जर्मनी की कंपनी मर्सिडीज बेंज ने बुधवार को कहा कि 2020 में भारत में उसकी बिक्री 43 प्रतिशत कम होकर 7,893 इकाइयों पर आ गयी। कंपनी ने कहा कि यह कोरोना वायरस महामारी के चलते साल के दौरान कुछ समय के लिये परिचालन रुक जाने के कारण हुआ। हालांकि कंपनी ने कहा कि उसने भारत में लग्जरी कार खंड में प्रथम स्थान बरकरार रखा है। कंपनी ने इससे पहले 2019 में भारतीय बाजार में 13,786 वाहनों की बिक्री की थी। कंपनी ने कहा कि 2020 की चौथी तिमाही यानी दिसंबर तिमाही में उसकी बिक्री एक तिमाही पहले की तुलना में 40 प्रतिशत बढ़ी। इससे बाजार में बिक्री का रुख मजबूत बने रहने का संकेत मिलता है। कंपनी ने गति बनाये रखने के लिये उत्पादों के विनिर्माण पर 400 करोड़ रुपये निवेश करने की पिछले साल घोषणा की थी। इसके अलावा कंपनी ने नये मॉडलों तथा पुराने मॉडलों के नये संस्करणों समेत 15 नये उत्पाद पेश करने की भी घोषणा की है। मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्टिन श्वेंक ने एक आभासी संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”2020 उद्योग के लिये एक अभूतपूर्व वर्ष रहा।
Related Articles
क्या Tata की हो जाएगी Bisleri? कंपनी के चेयरमैन ने बताई बिकने की वजह
Post Views: 348 नई दिल्ली, इन दिनों कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के बाजार में हलचल मची हुई है। पैकेज्ड वाटर कंपनी बिसलेरी इंटरनेशनल (Bisleri International) बिकने की तैयारी में है और अपने लिए एक खरीदार की तलाश कर रही है। खबर थी कि यह डील टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड के साथ पूरी हो गई है, जिसके लिए […]
शेयर बाजार धड़ाम! सुबह की कमजोर शुरुआत के बाद दिन में 1863 अंक टूटा सेंसेक्स
Post Views: 445 नई दिल्ली, । सुबह की कमजोर शुरुआत के दिन के 12.57 मिनट पर कारोबार के दौरान सेंसेक्स बुरी तरह 1863 अंक टूट कर कारोबार करता हुआ देखा गया। सेंसेक्स के साथ निफ्टी भी दिन के कारोबार के दौरान 556 अंक नीचे चला गया। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन, यानी कि सोमवार को शेयर […]
थोक मुद्रास्फीति दर बढ़कर 13.11 प्रतिशत हुई, सरकार ने बताया क्यों बढ़ी महंगाई
Post Views: 486 नई दिल्ली, । खाद्य पदार्थों में नरमी के बावजूद कच्चे तेल और गैर-खाद्य पदार्थों की कीमतों में मजबूती के कारण फरवरी में थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 13.11 प्रतिशत हो गई। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2021 से शुरू होकर लगातार 11वें महीने WPI मुद्रास्फीति दोहरे अंकों में बनी हुई […]