भाजपा नेताओं पर सरकार के खिलाफ साजिश का लगाया आरोप
ममता ने भाजपा के कुछ स्थानीय और केंद्रीय नेताओं पर उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। ममता ने कहा- भाजपा के कुछ नेता हैं, जो हमारे खिलाफ साजिश कर रहे हैं। राज्य के प्रत्येक मंत्री, नेता और विधायकों का फोन टेप किया जा रहा है। वह इसके लिए प्रधानमंत्री को कुछ नहीं कहना चाहतीं, कल उनका जन्मदिन था। ममता ने प्रधानमंत्री से अपने पार्टी नेताओं पर लगाम कसने की अपील करते हुए यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि केंद्र सरकार का एजेंडा और उनकी पार्टी के हित आपस में न मिलें।
केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित
ममता सरकार ने सोमवार को विधानसभा में केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग व ज्यादतियों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया, जो ध्वनिमत से पारित हो गया। भाजपा ने प्रस्ताव का विरोध किया। प्रस्ताव के पक्ष में 189 वोट तथा विरोध में 69 वोट पड़े। ममता ने प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार तानाशाहीपूर्ण तरीके से व्यवहार कर रही है। यह प्रस्ताव किसी खास के खिलाफ नहीं है, बल्कि केंद्रीय एजेंसियों के पक्षपातपूर्ण कामकाज के खिलाफ है। वहीं, विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि इस तरह का सीबीआइ और ईडी के खिलाफ प्रस्ताव विधानसभा के नियमों के खिलाफ है। मालूम हो कि सीबीआइ और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियां राज्य में कई मामलों की जांच कर रही हैं, जिनमें तृणमूल कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता आरोपित हैं।
विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई नहीं होने पर उठाए सवाल
ममता ने इस दौरान नारद स्टिंग व सारधा चिटफंड मामले का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें तृणमूल के कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई हुई। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए पूछा कि इसी मामले में विरोधी दल के नेताओं के घर कितनी बार छापेमारी या पूछताछ हुई? ममता ने भाजपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को उनके खिलाफ एक भी आरोप साबित करके दिखाने की भी चुनौती दी। ममता ने कहा, मैं चुनौती देती हूं, आप मुझे 24 घंटे का समय दें, हमारे हाथ में ईडी और सीबीआइ दें, मैं दिखाऊंगी कि कहां से और कितनी नकदी निकलती है।