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- हरिसिद्धी थानाध्यक्ष सवालों के घेरों में
- सेवा निवृति नजदीक देख डगमगा रहे डीएसपी
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मोतिहारी (आससे)। एक माह में आधा दर्जन प्राथमिकी ने दिव्यांग सचिन्द्र को खासा परेशान कर रखा है। एक हाथ में बैशाखी तो दूसरे हाथ में मुकदमे का मोटा फ़ाइल लिए यह दिव्यांग कभी थानाध्यक्ष तो कभी अरेराज एसडीपीओ की चौखट पर चिरौरी करते देखा जा सकता है।
हम बात कर रहे है हरसिद्धि थाना क्षेत्र के ओलहाँ निवासी सचिन्द्र कुमार दूबे की। गाँव के ही दसकंधर के नाम से चर्चित दबंग लालजी दुबे, विकास दुबे, राज कुमार दुबे, अरुण दुबे, बिपिन दुबे आदि ने इस दिव्यांग शिक्षक के नाक में दम कर रखा है। दसकंधर के कारनामे पहले से ही जगजाहिर है। लोगों को परेशान करने में इन्हें मजा आता।
घटना की शुरुआत 19 मई की संध्या से उस समय हुई जब उक्त शिक्षक के भतीजी की बारात दरवाजे लग रही थी। दबंग दसकंधर ने बारातियों के साथ बदतमीजी करना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ते देख इज्जत की दुहाई देने पर भी दसकंधर नही माने और जमकर मारपीट किया।
हद तो तब हो गई जब हरसिद्धि थानाध्यक्ष ने आनन-फानन में संगीन दफाओं में पीड़ित शिक्षक एवं परिजनों पर ही प्राथमिकी दर्ज कर दिया। 15 दिनों के अन्दर ही लगभग आधा दर्जन प्राथमिकी थानाध्यक्ष महोदय ने दोनों पक्षों पर दर्ज कर दिया। बाहर रहकर पढ़ाई कर रहे दिव्यांग के बच्चों पर भी प्राथमिकी करने में थानाध्यक्ष ने देर नहीं लगायी।
अब बारी था सुपरविजन कर सही-गलत करने का तो वह डीएसपी अरेराज बखूबी कर रहे है। रीडर साहब की जिस पर नजरें इनायत हुई उसका हुआ कल्याण नही तो …….। पीड़ित दिव्यांग शिक्षक ने कहा कि अब लगता है कि एसपी साहब की चौखट पर ही न्याय मिलेगा।