प्रयागराज। उत्तर प्रदेश कांस्टेबल भर्ती परीक्षा लीक मामले में मेरठ एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी। मेरठ एसटीएफ ने बुधवार को इस केस में आरोपी रवि अत्री को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले एसटीएफ ने एक और मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार किया था।
राजीव ने पूछताछ में बताया था कि नौ आरोपित है, जो विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक कराते है। अकेले राजीव नयन मिश्रा से 250 लोग जुड़े है, जो पेपर लीक होने के बाद अभ्यर्थियों तक पहुंचाते है। उक्त आरोपितों की पड़ताल का काम भी एसटीएफ ने शुरू कर दिया है।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मुख्य आरोपित राजीव नयन को जेल से पांच दिन के रिमांड पर लिया है। एएसपी बृजेश सिंह ने बताया कि प्रयागराज के बाद रीवा में ले जाने के बाद राजीव को वापस मेरठ लाया गया है। एसटीएफ की जांच टीम उससे लगातार पूछताछ में जुटी है। उसके द्वारा दी जा रही जानकारी को तस्दीक भी किया जा रहा है।
राजीव ने बताया कि नोएडा के जेवर निवासी रवि अत्री, प्रयागराज के राजीव नयन मिश्रा, बिहार के पटना निवासी अतुल वत्स, जोनपुर के अजीत चौहान, बागपत के वाजिदपुर का नीटू, शामली के थानाभवन का अरविंद राणा, राजस्थान के अलवर का बलराम गुर्जर, बिहार के पटना का विशाल चौरसिया और झझर का मोनू ढाकला का पूरे देश में नेटवर्क है, जो विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक कराकर अभ्यर्थियों तक पहुंचाते है। अब इस मामले में रवि अत्री को गिरफ्तार कर लिया गया है।