लखनऊ। लखनऊ निवासी रिटायर्ड आईएएस राजीव श्रीवास्तव से टेलीग्राम के जरिए निवेश का झांसा देकर 83 लाख रुपये की ठगने वाले आरोपी नाइजीरियन लवसन इमेसोवम चिनागोरोम मैक्सवेल को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी वर्तमान में दिल्ली के वैशाली कॉलोनी के हाल पता आरजेड 124 के तीसरी मंजिल पर रहता था। वारदात में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाइल, पासपोर्ट, डीएल, डेबिट कार्ड, सदस्यता कार्ड व 6370 रुपये पुलिस ने बरामद कर लिया है।
यह है पूरा मामला
22 जनवरी को रिटायर्ड आईएएस राजीव श्रीवास्तव ने पुलिस को शिकायत दी थी। बताया कि साइबर अपराधी द्वारा इंस्टाग्राम, वाट्सएप व मेल आईडी के जरिए उनसे संपर्क किया था।
आरोपी ने खुद को एबॉट फार्मास्युटिकल लिमिटेड यूनाइटेड किंगडम का अधिकारी बताया था। आरोपी ने कंपनी के रॉ मैटेरियल सप्लाई करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराकर व फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर 83 लाख रुपये की ठगी कर ली।
आरोपी ने कूटरचित दस्तावेजों के जरिए एबॉट कंपनी की फर्जी ईमेल आईडी व वाट्सएप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के मैसेज भेजकर उसे विश्वास करवा दिया। इसके बाद अलग-अलग पांच बैंक खातों में आरटीजीएस के माध्यम से कुल 83 लाख रुपये की ठगी कर ली। इसी आरटीजीएस में प्रयुक्त खातों की जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपी तक दिल्ली पहुंच गई।
ये है आरोपी की ठगी का तरीका
इंस्टाग्राम, एफबी और अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर विदेशी महिला की फोटो प्रोफाइल पिक्चर लगाकर रिटायर्ड व अन्य लोगों से आरोपी संपर्क करता था। उनसे बातचीत कर व्यापार में निवेश कर मुनाफे का लालच देकर बड़ी धनराशि अपने खातों में ट्रांसफर करवाने के बाद मोबाइल नंबर बंद कर लेता था।