आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धाराओं के तहत नोटिस जारी किए जाने के बाद कथित लिंचिंग मामले में 15 किसान सोमवार को एसआईटी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए पेश हुए।
एसआईटी के एक अधिकारी ने कहा कि हम दोनों प्राथमिकी की जांच कर रहे हैं किसानों को दूसरी प्राथमिकी के संबंध में तलब किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि हर किसान से उनके वकील मोहम्मद अमान की मौजूदगी में 15 मिनट से अधिक समय तक पूछताछ की गई।
भारतीय सिख संगठन के अध्यक्ष जसबीर सिंह विर्क ने संवाददाताओं से कहा कि एसआईटी के समक्ष पेश हुए 15 किसानों में से केवल 11 ने अपना बयान दर्ज कराया।
उन्होंने कहा कि एसआईटी ने घटना से संबंधित सवाल पूछे दोनों प्राथमिकी के लिए एक ही बयान दर्ज किया गया। उनसे सवाल पूछा गया कि उन्हें कैसे पता चला कि वे खतरे में हैं किसानों को कुचलने के बाद उन्होंने क्या किया। हमने एसआईटी से कहा है कि किसान उनके साथ सहयोग करेंगे।