हालांकि, उनका क्रिकेट करियर उस वक्त छोटा हो गया जब 1982-83 में विद्रोही दक्षिण अफ्रीका टीम का दौरा करने के कारण उनपर आजीवन प्रतिबंद्ध लगाया गया।
बांदुला ने 1991 में राष्ट्रीय कोच श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के प्रशासक के रूप में काम किया। वह 1994 में डायरेक्टर ऑफ कोचिंग नियुक्त किए गए।
इसके बाद बांदुला ने आईसीसी मैच रेफरी एक अंपायर के तौर पर भी काम किया। वह एशियन क्रिकेट काउंसिल के डेवलप्मेंट मैनेजर भी रहे।