पटना

सर्वार्थ सिद्धि योग में गुप्त नवरात्र 11 से


गज पर आयेंगी, महिष पर जायेंगी

पटना (आससे)। सर्वार्थ सिद्धि योग में गुप्त नवरात्र ११ जुलाई (रविवार) को शुरू होगा। इस नवरात्र में पंचमी तिथि क्षय है। इसके कारण नौ दिनों तक माता के विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना होगी। घरों एवं मंदिरों में कलश स्थापित किये जायेंगे। शक्ति की पूजा होगी। इस नवरात्र में तंत्र साधक साधना करेंगे। इस बार माता का आगमन गज पर होगा, जिसके कारण अच्छी वर्षा के आसार हैं। जबकि, माता की विदाई महिष पर होगी।

निरोगता का मिलता वरदान

शिवपुराण एवं मत्स्य पुराण के अनुसार आषाढ़ महीने के देवता इंद्र और महाकाली हैं। यह महीना प्रकृति को अपनी गोद में लिये है। यही कारण है कि इस महीने में बारिश की प्रधानता रहती है। ऋतु संधि में बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। इनसे बचने के लिए इस महीने में शक्ति पूजा की प्राचीन परंपरा है।

नवरात्र में पूजा की शुरूआत आद्रा नक्षत्र में होने की वजह से योग और उत्तम हो गया है। इसमें दुर्गा सप्तशती का पाठ करना लाभदायी होगा। नवरात्र में दुर्गा सप्तशती, देवी के मंत्र का जाप, दुर्गा कवच, दुर्गा शतनाम का पाठ प्रतिदिन करने से रोग-शोक आदि का नाश होता है।

कलश स्थापना का मुहूर्त: चर मुहूर्त प्रात- ६.३९-८.३१ बजे, लाभ मुहूर्त- सुबह ८.३१-१०.१३ बजे, अमृत मुहूर्त सुबह- १०.१३-११.५५ बजे, अभिजीत मुहूर्त- दोपहर ११.५५-१२.२२ बजे, गुली मुहूर्त- शाम ३.१९-५.१९ बजे