नई दिल्ली, सुल्तानपुरी घटना में मुख्य गवाह के तौर पर पेश की जा रही निधि की भूमिका को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उसके खिलाफ आगरा के एक थाने में काफी पहले ड्रग्स तस्करी का एक मामला दर्ज है। उसकी मां सुदेशी ने बेटी का बचाव किया है।
सुदेशी ने कहा है कि घटना वाली रात निधि बहुत घबराई हुई थी। उसने मुझे बताया कि कुछ लोगों ने उसकी दोस्त के ऊपर कार चढ़ा दी है। उन्होंने निधि के साथ भी ऐसा ही करने की कोशिश की, लेकिन वह भाग आई। मृतक लड़की की मां ने जो भी आरोप मेरी बेटी पर लगाए हैं, वह सब झूठे हैं।
क्या बोली मां
सुदेशी ने कहा कि निधि घबरा गई थी। ऐसी स्थिति में अच्छे-अच्छे घबरा जाते हैं। उनकी बेटी ने शराब नहीं पी थी, लेकिन अंजलि ने पी थी। दोनों की लड़ाई भी इसी बात पर हुई कि वो स्कूटी चलाएगी।
निधि ने बताया था कि कार सवारों ने जानबूझकर ऐसा किया है। निधि अपनी सहेलियों के साथ घूमने फिरने जाती थी। स्वजन की बात नहीं मानती थी। ऐसे में भाइयों ने उसे घर से बेदखल कर रखा है। सुदेशी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने भरोसा दिया है।
सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के कंझावला मामले में दिल्ली पुलिस ने छठे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, कार आशुतोष की थी, जिससे इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था। अभी सातवें आरोपित अंकुश खन्ना की तलाश जारी है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वह इस आरोपित को भी जल्द ही पकड़ लेगी।
आशुतोष व अंकुश ने बताए थे बचने के रास्ते
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अमित असल में अंकुश का भाई है। घटना के बाद रास्ते से ही फोन कर उसने बता दिया था कि कार से कुचलकर एक युवती को मार डाला है। इसके बाद आशुतोष व अंकुश ने उसे बचने के तरीके बताए। दोनों ने पांचों आरोपितों को बचाने की कोशिश की थी।