म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट तथा यहां ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को हिरासत में रखे जाने के कारण ऑस्ट्रेलिया ने म्यांमार के साथ रक्षा सहयोग निलंबित कर दिया है और सैन्य सरकार को मानवीय सहायता नहीं देने का भी निर्णय लिया है। विदेश मंत्री मराइज पायने ने सोमवार को कहा कि आर्थिक नीति सलाहकार सीन टर्नेल को फरवरी माह की शुरुआत में हिरासत में लिया गया था और उसके बाद से ऑस्ट्रेलिया के राजनयिकों को उन तक सीमित पहुंच ही दी गई है।
पायने ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिक कॉर्पोरेशन से कहा,”हम प्रोफेसर सीन टर्नेल की रिहाई की मांग करते हैं।”ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को घोषणा की थी कि म्यांमार के साथ रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम उसने निलंबित कर दिया है। इसमें पांच वर्ष के भीतर करीब 15 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का खर्च आना था। यह कार्यक्रम गैर युद्धक क्षेत्रों में प्रशिक्षण तक सीमित था।
पायने ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की ओर से म्यांमार को मिलने वाली मानवीय सहायता म्यांमार सरकार और सरकारी संस्थानों को न देकर वहां के सर्वाधिक संवेदनशील और गरीब लोगों की जरूरतों को पूरा करने पर खर्च की जाएगी। इन लोगों में रोहिंग्या समुदाय तथा अन्य जातीय अल्पसंख्यक लोग भी शामिल है। टर्नेल, आंग सान सू की की सरकार में सलाहकार का पद संभालने के लिए ऑस्ट्रेलिया से यहां आए थे लेकिन कुछ ही हफ्तों में उन्हें हिरासत में ले लिया गया।