- चंडीगढ़ अमृतसर स्थित अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) ने सिंघु बॉर्डर पर हुई दलित सिख लखबीर सिंह (Killing of Lakhbir Singh on the Singhu border) की हत्या को कानून और व्यवस्था की असफलता करार देते हुए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने घटना की एक स्वतंत्र एजेंसी (Probe by an independent agency) से गहन जांच की मांग की है।
उन्होंने वैश्विक स्तर पर सिखों की छवि के बारे में चिंता जताते हुए कहा कि यह घटना भावनात्मक धार्मिक भावनाओं ( incident was a result of emotional religious sentiments) का परिणाम है जिसे अत्यंत सटीकता और दक्षता के साथ निपटाया जाना चाहिए। जत्थेदार ने कहा कि घटना के सभी पहलुओं की जांच और खुलासा किया जाना चाहिए ताकि सिख समुदाय का सही पक्ष दुनिया के सामने पेश किया जा सके।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा तैयार किए गए मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा का हवाला देते हुए, जिसमें कहा गया है कि ‘एक व्यक्ति हिंसक रास्ते पर तभी जाता है जब कानून और शासन उसके मानवाधिकारों की रक्षा नहीं करता है।