एक और किसानने दी जान
नयी दिल्ली। सरकारसे आठ वें दौरकी बातचीत विफल होनेके बाद किसान भारी गुस्सेमें है और वे २६ जनवरीको दिल्लीमें परेडकी तैयारी कर रहे है। इस परेडमें भाग लेनेके लिए किसान संघटनोंने देशभरसे लोगोंको दिल्ली पहुंचनेकी अपील की है। किसानोंको आशंका है कि १५ जनवरीको होने वाली वार्तासे पहले सरकार कोई खेल कर सकती है। इस लिए बैठकमें भाग लेनेको किसान संघटन उत्सुक नहीं दिखायी दे रहे है। इसबीच किसान आन्दोलनके ४५ वें दिन दिल्ली और दिल्लीकी सीमापर कब्जा जमाये किसानोंकी मददके लिए अनेक प्रदेशोंसे किसानोंका जत्था दिल्ली आना तेज हो गया है। किसान संघटन आन्दोलन कारियोंके लिए भारी मात्रामें रसद एवं ठण्डसे बचनेकी सारी सामग्री लेकर आ रहे है। इसबीच शनिवारको सिंघु बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी किसान ने सल्फास खाकर जान दे दी है। वे नए कृषि कानूनों पर सरकार के रुख से नाराज थे। मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक किसान का नाम अमरिंदर सिंह है और उनकी उम्र करीब 40 वर्ष थी। वे पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आए थे। सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे अमरिंदर सिंह ने मुख्य मंच के पीछे ही सल्फास खाकर सुसाइड करने की कोशिश की। इस बात की जानकारी जैसे ही वहां मौजूद अन्य किसानों को लगी उन्होंने आनन-फानन में अमरिंदर को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और उनकी मौत हो गई।