- जयपुर, । राजस्थान प्रदेश कांग्रेस में खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दिनों राजनीतिक अस्थिरता रही। इसके बाद प्रदेश प्रभारी ने राजनीतिक बयानबाजी को लेकर राजस्थान दौरा किया था, लेकिन इस बार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने एक वरिष्ठ पत्रकार के ट्वीट पर Retweet कर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। साथ ही कांग्रेस आलाकमान के दो टूक शब्दों में निर्णय को लेकर संकेत दे दिए हैं। हालांकि प्रदेश कांग्रेस में बड़ाबंदी और कलह को लेकर गहलोत और पायलट खेमे के समर्थक सोशल मीडिया पर अटकलों और कयासों को हवा दे रहे हैं।
माकन ने पत्रकार के ट्वीट को किया रिट्वीट
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने एक वरिष्ठ पत्रकार के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि किसी भी राज्य में कोई क्षत्रप अपने दम पर नहीं जीतता है। गांधी नेहरू परिवार के नाम पर ही गरीब, कमजोर वर्ग, आम आदमी का वोट मिलता है। मगर चाहे वह अमरिन्द्र सिंह हों या गहलोत या पहले शीला या कोई और! मुख्यमंत्री बनते ही यह समझ लेते हैं कि उनकी वजह से ही पार्टी जीती।
अजय ने लिखीं ये बातें
अजय माकन ने जिस ट्वीट को रीट्वीट किया है। उसके दूसरे हिस्से में लिखा है कि 20 साल से ज्यादा अध्यक्ष रहीं सोनिया ने कभी अपना महत्व नहीं जताया। नतीजा यह हुआ कि वे वोट लाती थीं और कांग्रेसी अपना चमत्कार समझकर गैर जवाबदेही से काम करते थे। हार जाते थे तो दोष राहुल पर, जीत का सेहरा खुद के माथे, सिद्धू को बनाकर नेतृत्व ने सही किया। ताकत बताना जरूरी था।
सीएम गहलोत ने दी नवजोत सिंह सिद्धू को शुभकामनाएं
इस पूरे राजनीतिक घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को शुभकामनाएं दी है। अशोक गहलोत ने अमरिंदर सिंह सिद्धू का पक्षधर होकर कांग्रेस नेताओं को अपना स्टैण्ड भी स्पष्ट करने के संकेत दिए हैं।
हाईकमान का फैसला सबको स्वीकार
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की परम्परा रही है कि हर निर्णय से पहले सभी से राय-मशविरा होता है एवं सभी को अपनी बात रखने का मौका मिलता है। सबकी राय को ध्यान में रखकर जब एक बार पार्टी हाईकमान फैसला ले लेता है तब सभी कांग्रेसजन एकजुट होकर उसे स्वीकार करने की परम्परा को निभाते हैं। यही कांग्रेस की आज भी सबसे बड़ी ताकत है।