- नई दिल्ली। कोविड की दो माह से ज्यादा तक चली सुनामी के बाद आखिरकार एक बार फिर से राजधानी दिल्ली दौड़ने को तैयार है, हालांकि आंशका है कि दिल्ली अपने ढंग में दोबारा तेजी से दौड़ी तो जल्द ही कोविड के चलते लॉक हो सकती है,नतीजतन इसकी रफ्तार को रोकना साथ ही तीसरी वेब के आने से पहले को अपने और मजबूती से तैयार करना और इसी बीच क्राइम कंट्रोल करना दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।
नतीजतन दिल्ली पुलिस ने अपनी कई नीतियों में बदलाव किया है, इसके चलते जहां राजधानी दौड़ेगी और कोविड सहित क्राइम कंट्रोल के हर मोर्चे पर मात भी देगी। कैसे और कौन कौन सी हैं वे नीतियां, इसी पर शीर्ष अधिकारियों से नवोदय टाइम्स के लिए संजीव यादव ने बातचीत की जिसमें पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किस रणनीति के तहत वे दिल्ली को महफूज रखेंगे।
दिल्ली पुलिस आयुक्त एस.एन.श्रीवास्तव ने इस संबंध में बताया कि बनाई गई कोई भी नीति या योजना तब तक सफल नहीं होती जब तक उसमें आम लोगों की भागीदारी न हो। कोविड के केस भले ही कम हो गए हों,लेकिन खतरा नहीं टला है। अनलॉक हो रही दिल्ली को बचाने की सबसे अहम जिम्मेदारी लोगों की हैं,अगर वे लोग खुद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। दुकानदार खुद नियमों का सख्ती से पालन करवाएं तो हमारा काम आधा रह जाएगा। खासतौर से सभी प्रमुख बाजारों, मॉल्स व कमर्शल कॉम्प्लैक्स, मेट्रो स्टेशनों, सब्जी मंडियों, जहां अब लोगों की आवाजाही फिर से बढ़ जाएगी। इसके लिए विशेष नीति बनी है,जिसके तहत सभी एसएचओ अपने इलाकों में मार्किट एसोसिएशन, आरडब्लूए व निजी संस्थाओं का सहारा लेंगे।