- काबुल. अफगानिस्तान (Afghanistan) के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने बकरीद पर एक भाषण में तालिबान को अल्टीमेटम दिया है. गनी ने कहा कि हाल ही में तालिबान (Taliban) की ओर से उठाए गए कदम से पता चलता है कि समूह का शांति के लिए ‘कोई इरादा नहीं है’.ऐसे में आगे चलकर सरकार इसी के आधार पर फैसला लेगी. राष्ट्रपति गनी ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान के एक उच्च पदस्थ प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए दोहा (Doha) भेजने का फैसला ‘अंतिम चेतावनी’ थी.
अशरफ गनी ने कहा कि तालिबान ने बहुत सी बातें स्पष्ट कर दी हैं. उन्होंने कहा, ‘अब्दुल्ला ने कुछ मिनट पहले मुझसे कहा कि तालिबान का शांति का कोई इरादा नहीं है. हमने अल्टीमेटम देने के लिए प्रतिनिधिमंडल को भेजा और यह दिखाया कि हम शांति चाहते हैं. इसके लिए हम बलिदान देने को भी तैयार हैं लेकिन तालिबान शांति के लिए कोई इच्छा नहीं रखता. लिहाजा हमें इसी आधार पर फैसला लेना चाहिए.’
अपने भाषण में, अशरफ गनी ने पड़ोसी पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, पाकिस्तान अपनी जमीन पर तालिबान शासन नहीं चाहता है लेकिन उनका मीडिया अफगानिस्तान में तालिबान शासन के लिए अभियान चला रहा है. उन्होंने पाकिस्तान पर तालिबान नेतृत्व को पनाह देने और सहायता मुहैया कराने का आरोप लगाया.
गनी ने कहा कि ईद का नाम अफगान बलों के बलिदान और साहस के सम्मान करने के लिए रखा गया है, खासकर पिछले तीन महीनों में. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के सुरक्षा और रक्षा बलों ने पिछले 20 सालों में, खासकर पिछले तीन महीनों में, इस धरती और इस मातृभूमि के सम्मान की रक्षा के लिए कई बलिदान दिए हैं.