दरअसल अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद से अफगानी मूल के लोग परेशान नजर आ रहे हैं। वो लगातार अपने देश को तालिबान से मुक्त कराने की मांग कर रहे हैं।
इसी बीच दिल्ली में रहे रहे अफगान नागरिक लगातार इस सरकार का विरोध कर रहे हैं। दिल्ली के चाणक्यपुरी क्षेत्र में अफगान नागरिक जमा हुए जिनमें महिलाएं बच्चे भी शामिल थे।
सभी अफगानिस्तान के नागरिकों ने पाकिस्तान को लेकर नाराजकी व्यक्त की। यह सभी लोग पाकिस्तानी दूतावास तक जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा इन्हें इजाजत नहीं दी गई।
पाकिस्तान के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे एक 8 वर्षीय अफगानीं बच्चे मोहम्मद इल्यास ने बताया, मैं अपने देश के लिए लड़ रहा हूं, क्योंकि हमने मुश्किल वक्त में अन्य देशों की मदद की है, पर उन्होंने हमारी मुश्किल वक्त में मदद नहीं की।
मेरी शिकायत अमरीका से है, वो हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहा है। वो हमारी मदद क्यों नहीं कर रहा वो तालिबानों की मदद कर रहा है। वहीं तालिबानों को हथियार भी दिए ताकि हमारे लोगों को मार सकें। हमने अमरीका के साथ तो कुछ नहीं किया।
बच्चे ने आगे कहा , मेरे परिवार के सदस्य अफगानिस्तान में फंसे हुए हैं, हमारे पास न खाने के लिए है, न पीने के लिए। वहां घर से बाहर कदम रखेंगे तो तालिबान लेकर चले जायेंगे।
अफगान नागरिक डॉ अब्दुल गफूर अरब ने आईएएनएस से कहा , पाकिस्तान बीते 40 सालों से हमारे देश में आतंकबादी भेज रहा है, उन्होंने हमारे देश को टुकड़े- टुकड़े कर दिया है। अफगान में अभी भी पाकिस्तान का आर्मी मौजूद है, जितने भी तालिबान हैं, वो पाकिस्तान से है।