जम्मू, । विपरीत हालात में असंभव को संभव कर दिखाने का जज्बा रखने वाली भारतीय सेना श्री बाबा अमरनाथ यात्रा को सुचारू बनाने के बाद पवित्र गुफा के निकट ग्लेशियर के नीचे जीवन के निशान तलाश रही है।सेना ने ग्लेशियर के नीचे पानी के गुजरने से बने स्नो ब्रिज इलाकों को छाेड़ कर सभी इलाकों की जांच कर ली है। अब सेना के जवान आधुनिक उपकरणों के साथ स्नो ब्रिज के नीचे लापता लोगों को तलाश रही है।
इस समय सेना के जवान डाग स्कवाड के साथ जैवर 4000 ग्राउंड राडार की मदद से बर्फ के नीचे लापता लोगों की तलाश कर रही है। यह राडार जमीन के नीचे छोटी से छोटी आवाज को पकड़ सकता है। इसके साथ इस्तेमाल किए जा रहे खोजी कुत्ते दबे लोगों को सूंघ निकालने के लिए प्रशिक्षित हैं। अभी भी पवित्र गुफा के निकट काफी लोग लापता बताए जा रहे हैं। यात्रा सुचारू होने के साथ साथ अब लापता लोगों की तलाश के साथ तबाह हुए बुनियादी ढांचे को तैयार करने का अभियान भी जारी रहेगा।
कश्मीर के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल एमरान मुसावी का कहना है कि अभी भी सेना की माउंटेन व एवलांच रेस्कयू टीमें पवित्र गुफा के निकट स्नो ब्रिज क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही है। दिन रात काम कर सैनिकों ने यात्रा के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी तैयार किया है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने त्रासदी के बाद लोगों काे बचाने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान छेड़ दिया था। इस समय भी पूरी कोशिश की जा रही है कि लापता लोगों को जल्द से जल्द तलाश लिया जाए। राहत अभियान को तेजी देने में वायुसेना भी भारतीय सेना भी अपना पूरा सहयोग दे रही है।