- अमेरिका का कहना है कि उसने ईरान समर्थित लड़ाकों पर हमले किये हैं. अमेरिका रक्षा विभान ने एक बयान में कहा है कि उसने इराक़ और सीरिया में ये कार्रवाई इराक़ में अमेरिकी लोगों और सुविधाओं पर हुए ड्रोन हमले के जवाब में की हैं.
पेंटागन ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने इराक़-सीरिया सीमा पर हमले के आदेश दिये थे. उन्होंने आगे बताया कि अमेरिका ने जो भी कार्रवाई की है वो अपने क़ानून के दायरे में और आत्मरक्षा के लिए की है.
वहीं इराक़ी बॉर्डर गार्ड्स का कहना है कि इस हमले में सशस्त्र बल के कम से कम चार लोग मारे गए हैं. इससे पूर्व राष्ट्रपति बाइडन ने फ़रवरी महीने में हमले का आदेश दिया था.
ईरान समर्थित लड़ाकों के ख़िलाफ़ दूसरे चरण की एयर स्ट्राइक को राष्ट्रपति बाइडन ने अनुमति दी है.पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने ट्वीट किया है, “अमेरिकी सैन्य बलों ने आज शाम इराक़-सीरिया सीमा क्षेत्र में ईरान समर्थित विद्रोहियों के ठिकानों और उनकी सुविधाओं के ख़िलाफ़ रक्षात्मक और सटीक हवाई हमले किये.”
प्रवक्ता जॉन किर्बी ने यह भी स्पष्ट किया कि ये हमले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के दिशा-निर्देश के बाद किये गए.
एक बच्चे की मौत भी हुई
अमेरिका ने इस हमले में हुए नुक़सान और हताहतों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है लेकिन ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि अमेरिकी युद्धक विमानों के हमले में कम से कम पांच ईरान समर्थित इराक़ी लड़ाके मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं.
वॉर मॉनिटर (जो सूचना एकत्र करने के लिए सीरिया में स्रोतों के एक नेटवर्क पर निर्भर है) ने कहा है कि इस हमले में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना ने कहा कि इस हमले में एक बच्चे की मौत हो गई है और कम से कम तीन अन्य लोग घायल हुए हैं.