होनहार किशन ने 472 अंक लाकर परिवार को किया गौरान्वित
अरवल। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में किशन कुमार ने जिला टॉपर बनकर जिले का नाम रौशन किया हैं। किशन निर्भय नरेंद्र उच्च विद्यालय निरंजनपुर का छात्र है। उसने परीक्षा में 472 अंक लाकर जिला टॉपर का तगमा हासिल किया है। किशन के पिता जितेंद्र प्रसाद छोटे से किराना दुकान चलाकर अपने परिवार का परवरिश करते हैं तो उनकी माता सोनी कुमारी आंगनबाड़ी सेविका है। टॉपर छात्र किशन कुमार ने कहा कि माताजी हाल ही में आंगनबाड़ी सेविका पद पर बहाल हुई तब से आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार हुई है। अत्यंत गरीबी में पूरी पढ़ाई लिखाई हुई। कभी-कभी ऐसे भी हालात आ गए कि पिताजी घर पर नहीं रहते थे तो मुझे पढ़ाई के साथ-साथ दुकान चलाना पड़ता था।
उसने कहा कि आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि मेरे विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह सेवानिवृत्त हुए हैं और मैं जिला टॉपर बंद कर विद्यालय का नाम रोशन किया हूं। उसने कहा कि आगे मुझे आईएएस बनने की इच्छा है। अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को देते हुए किशन ने कहा कि पढ़ाई के दौरान मेरे माता पिता जी हौसला अफजाई करते रहते थे। कभी भी हिम्मत हारने नहीं देते थे। माता और पिता के साथ गुरुजन भी हमेशा हमारी मदद करते रहे हैं जिसके कारण आज हमने इस मुकाम को हासिल किया है।
मीडिया के माध्यम से मिली टॉपर की सूचना
सबसे दिलचस्प बात यह रही कि छात्र किशन के घर जब मीडिया कर्मी पहुंचे, तभी घर वालों को टॉपर की जानकारी हुई। रोजाना की तरफ घर के सदस्य बैठे हुए थे। मीडिया कर्मी उनके घर पहुंचे और उनके पिता से बातचीत की तब जाकर उनके पिता को जानकारी हुई, जिसके बाद घर में उत्सव का माहौल कायम हो गया। वहीं आसपास के लोग भी बधाई देने के लिए उसके घर पहुंचने लगे।
उनके पिताजी बताते हैं कि गरीबी में जीवन गुजर-बसर करने के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाई के लिए हमेशा हौसला बढ़ाते रहते हैं। उनका कहना है कि बेटा आईएएस बनना चाहता है इसके पढ़ाई के लिए सरकारी मदद मिल जाए तो और बेहतर रहेगा। माता सोनी कुमारी ने बताया कि हमेशा पढ़ाई में दिलचस्पी रखता था। दिन में पढ़ाई के साथ-साथ शाम को दुकान भी चलाता था जब इनके पिताजी बाहर चले जाते थे तो दुकान में बैठकर पढ़ाई भी करता था और दुकान भी चलाता था।