गोरखपुर में राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान “गोरखपुर पोषण संवाद” का शुभारंभ कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्रा ने दीप प्रज्वलन कर किया।
कुलपति ने दो शिशुओं का अन्नप्राशन एवं दो गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्रा ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों को फर्नीचर एवं खिलौनौ का वितरण किया जा रहा है साथ ही राज्यपाल महोदया द्वारा गोद लिए गए आंगनबाड़ी केदो का भ्रमण कर कुलपति द्वारा स्वच्छता एवं पोषण प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाता रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय आंगनबाड़ी केंद्रों के बीच समन्वय पर जोर दिया। कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र देश के विकास एवं नींव है।उन्होंने बाल विकास विभाग के कार्यों की सराहना करते हुए बताया कि जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा विभिन्न पोषणएवं स्वास्थ्य संवर्धन गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है। कुलपति ने विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर फील्ड विजिट के लिए प्रेरित किया।उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के सहयोग पर बल दिया।कुलपति ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा बनाए गए श्री अन्न आधारित रेसिपी का स्वाद लेते हुए उसकी पौष्टिकता और प्रेजेंटेशन की सराहना करते हुए बताया कि ये पहल महिला एवं बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी बदलाव ला सकता है। इस संवाद कार्यशाला में कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अभिनव मिश्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी के अलावा प्रोफेसर दिव्या रानी, यूनिसेफ मंडल समन्वयक सुरेश तिवारी, समस्त सीडीपीओ, मुख्य सेविकाएं एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां उपस्थित रही।




