नयी दिल्ली। भारत को कोरोना फ्री बनाने के लिए देश के सबसे पहले वैक्सीन कोविशील्ड को सरकार से हरी झंडी मिल चुकी है। बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने इसके बाद कहा कि इससे करोड़ों जीवन बचाने में मदद मिलेगी। बीते रविवार को ड्रग रेगुलेटर ने दो मेड इन इंडिया वैक्सीन को इमरजेंसी में इस्तेमाल करने की अनुमति दी है। ये दो वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन हैं। कोविशील्ड को ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटेन की दवा कंपनी एस्ट्रजेनेका ने मिलकर तैयार किया है। इस वैक्सीन का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है। जबकि, कोवैक्सीन को भारत बायोटेक उत्पादन कर ही है।सरकार से मंजूरी मिलने के कुछ देर बाद ही के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर उठाए गए जोखिम का फल अंतत: मिलने जा रहा है। पूनावाला के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए आनंद महिंद्रा ने कहा कि जोखिम उठाना ही किसी भी बिजनेस का फंडामेंटल कैरेक्टर है। अदार पूनावाला द्वारा उठाए गए इस बड़े जोखिम से ही करोड़ों लोगों की जीवन बचाने में मदद मिलेगी। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘जोखिम उठाना ही किसी भी बिजनेस का मौलिक लक्षण है। इसके दो ही नतीजे होते हैं लेकिन इसके सफल होने पर फायदा भी बहुत बड़ा होता है। ञ्चड्डस्रड्डह्म्श्चशशठ्ठड्ड2ड्डद्यद्यड्ड ने क्षमता बढ़ाने का बड़ा जोखिम लिया है लेकिन उनका यह जोखिम केवल पैसे के मामले में ही फलदाई नहीं होगा, बल्कि इससे करोड़ों लोगों की जीवन बचाने में मदद मिलेगी। इन वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद शुरुआत में 30 करोड़ लोगों को यह लगाया जाएगा। इसमें हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंट लाइन स्टाफ, राज्यों की पुलिस भी शामिल होंगे। कोरोना वायरस वैक्सीन डिस्ट्रीब्युशन के लिए 20 हजार हेल्थ वर्कर्स को विशेष तौर पर ट्रेन किया जा चुका है।