मुंबई, । रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने निकट भविष्य में बैंक नोट मैन्यूफैक्चरिंग में 100 प्रतिशत आत्मनिर्भरता हासिल करने पर जोर दिया है। वह मैसूर में भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) की स्याही उत्पादन इकाई वर्णिका को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद बोल रहे थे। केंद्रीय बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बीआरबीएनएमपीएल ने बैंक नोटों में सिक्योरिटी फीचर बढ़ाने के लिए 1,500 मीट्रिक टन की वार्षिक स्याही निर्माण क्षमता के एक संयंत्र की स्थापना की है।
देश में हो स्याही का उत्पादन
रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि ना केवल यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को बढ़ावा देता है बल्कि यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि बैंक नोट प्रिंटिंग में उपयोग की जाने वाली स्याही का उत्पादन देश में ही किया जाए। गवर्नर ने अपने संबोधन में भारत में बैंक नोट मैन्यूफैक्चरिंग का इकोसिस्टम तैयार करने में हुई प्रगति को भी सराहा।