चहनियां। मौनी अमावस्या माघ मेला पर गुरूवार को बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनी गंगा तट पर लाखों आस्थावानों ने आस्था की डूबकी लगायी। स्नान दान का सिलसिला भोर से ही शुरू हो गया चहनिया से लेकर बलुआ घाट तक बलुआ इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह के नेतृत्व में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स चप्पे चप्पे पर तैनात रही । स्नान दान का सिलसिला देर दोपहर तक चलता रहा। मौनी अमावस्या माघ मेला पर हर वर्ष श्रद्धालु गंगा में डूबकी लगाते है । इस वर्ष भी बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनी गंगा तट पर लाखों आस्थावानों ने पतित पावनी मां गंगा के तट पर हर हर गंगे की नारा के साथ श्रद्धा की डूबकी लगायी । स्नान दान का सिलसिला 3 बजे भोर से शुरू हो गया । हजारों की संख्या में जगह जगह महिलाये व पुरुष एक दिन पूर्व ही कही रैन बसेरा में तो कहीं रिस्तेदारी में रुकी रही । 3 बजे भोर से महिलाओं का झुंड गीत गाते बलुआ घाट पर पहुंचने लगा। स्नान के पश्चात घाट पर भिक्षुओ को दान किया गया। भीड़ इस कदर थी कि भारी मात्रा में फोर्स भी कम नजर आ रही थी। वैसे जिलाधिकारी के निर्देश पर इस बार काफी चुस्त दुरुस्त ब्यवस्था थी। बलुआ इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह के नेतृत्व में कई थानों की फोर्स, महिला पुलिस व पीएससी चहनियां कस्बा से लेकर बलुआ घाट तक तैनात रही। एडिशनल एसपी खुद सीसी कैमरे से भोर से ही निगरानी कर चक्रमण करते जिलाधिकारी के निर्देश के इस बार जिला पंचायत के तरफ से लाइटिंग थाने से लेकर घाट भरपूर दिखी। इसके अलावा चेंजिंग रूम व रैन बसेरा पर भी लाइटिंग की ब्यवस्था रही। गंगा सेवा समिति के दर्जनों लोग श्रद्धालुओं की मदद करते रहे। वैसे तो चहनियां से बलुआ तक मेला लगा रहा किन्तु बलुआ खेल के मैदान में मेले का दृश्य कुछ और रहा। एक तरफ ओखली, जाता, सील, लोढ़ा, मुसर खरीदने वालों की भीड़ रही तो दूसरी तरफ गुड़हिया जलेबी, चाट, पकौड़ी की खरीदारी व खाने वालों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा बड़ी लाल मिर्च, बेर, खटाई की भी खरीदारी लोगों ने जमकर किया। मेला में लगे झूला, चरखी, जम्पिंग पर बच्चों ने खूब आनन्द लिया।