न्य़ूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की अगुआई में 20 सदस्यीय भारतीय टीम 25 मई को मुंबई में इकठ्ठा होगी और यहां तैयार किए गए बायो-बबल में 8 दिन के लिए रहेगी. इस दौरान दो से तीन बार सभी सदस्यों का कोरोना टेस्ट होगा. टीम दो जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होगी और वहां पहुंचने के बाद 10 दिन क्वारंटीन रहेगी. इसके बाद 18 जून को न्यूजीलैंड के खिलाफ साउथैम्प्टन में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलने उतरेगी.
भारतीय खिलाड़ी अपना परिवार भी इंग्लैंड ले जा सकेंगे
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि भारतीय खिलाड़ी 25 मई को बायो-बबल में प्रवेश करेंगे. यहां 8 दिन क्वारंटीन रहेंगे. इस दौरान खिलाड़ियों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी. दो जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होने के बाद टीम वहां अपना दूसरा क्वारंटीन पीरिय़ड पूरा करेगी. ये 10 दिन का होगा. हालांकि, एक बायो-बबल से दूसरे में जाने के कारण इस अवधि में भारतीय खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकेंगे. इस दौरान भी खिलाड़ियों के लगातार कोरोना टेस्ट होंगे. तीन महीने लंबा दौरा होने के कारण भारतीय खिलाड़ियों को अपना परिवार ले जाने की इजाजत होगी.
भारतीय नागरिकों को अभी ब्रिटेन में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. लेकिन बड़े खिलाड़ियों को इंग्लैंड में प्रवेश की अनुमति है. बशर्ते वो सरकार द्वारा तय किए गए होटल में 10 दिन के लिए क्वारंटीन पीरियड पूरा करें. हालांकि, बीसीसीआई और ईसीबी इस बात की कोशिश कर रहे हैं कि खिलाड़ियों को इंग्लैंड में तीन दिन ही आइसोलेशन में रहना पड़े. क्योंकि वो भारत में पहले से ही सात दिन क्वारेंटाइन में रहकर ही इंग्लैंड पहुंचेंगे.