नयी दिल्ली। इंटरनेट आज हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है और इसके बंद होने से सारी ऑनलाइन गतिविधियां रुक जाती हैं। पिछले साल इंटरनेट बंद होने से भारत को 2.8 अरब डॉलर का नुकसान हुआ जो दुनिया में सबसे अधिक है। दुनियाभर में इंटरनेट बंद होने से कुल 4 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, उसका तीन-चौथाई हिस्सा भारत के हिस्से में आया। ब्रिटेन के डिजिटल प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी रिसर्च ग्रुप की रिपोर्ट के मुताबिक भारत को 2020 में इंटरनेट बंद होने से 2019 की तुलना में दोगुना ज्यादा नुकसान हुआ। इस स्टडी में चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों को शामिल नहीं किया गया था क्योंकि रिसर्चरों ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का सहारा लिया। भारत उन 21 देशों में टॉप पर रहा जिन्होंने इंटरनेट पर पाबंदी लगाई। रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने जो पाबंदियां 2019 में लगाई थी वह 2020 में भी जारी रही। भारत में 8927 घंटे तक इंटरनेट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई जो दुनिया में सबसे अधिक है। साल 2020 में भारत के कई जगहों पर कई बार इंटरनेट बंद किया गया।
इंटरनेट शटडाउन की कई वजहें रहीं, लेकिन इससे नुकसान काफी हुआ है। भारत में इंटरनेट शटडाउन के ज्यादा होने की वजह इस बार कश्मीर में इंटरनेट शटडाउन भी रहा है। लगभग 7 महीने तक कश्मीर में इंटरनेट शटडाउन रहा। सरकार ने आर्टिकल 370 हटाने के बाद कश्मीर में इंटरनेट शटडाउन करने का फैसला किया था। इंटरनेट शटडाउन के मामले में भारत के बाद बेलारूस, यमन, म्यांमार और अजरबेजान रहे।