पटना

इंटरमीडिएट परीक्षा के नतीजे जारी: सोनाली, सुगंधा, मधु, कैलाश बने इंटर के टॉपर


        • टॉप फाइव में बेटियों का दबदबा, पांच सर्वोच्च स्थान पाने वाले 22 में 13 बेटियां
        • 78.04 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण
        • 21 दिनों में ही आया रिजल्ट 

(आज शिक्षा प्रतिनिधि)

पटना। राज्य में इंटरमीडिएट साइंस की परीक्षा में सोनाली कुमारी, इंटरमीडिएट आर्ट्स की परीक्षा में मधु भारती व कैलाश कुमार तथा इंटरमीडिएट कॉमर्स की परीक्षा में सुगंधा कुमारी ने टॉप किया है। खास बात यह है कि तीनों संकायों के टॉप फाइव में बेटियों का दबदबा रहा है।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इंटरमीडिएट की परीक्षा के नतीजे शुक्रवार को जारी किये। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव संजय कुमार एवं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर मौजूद थे। इंटरमीडिएट साइंस की टॉपर नालंदा जिले के बिहारशरीफ के श्रीमती परमेश्वरी देवी गर्ल्स उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा सोनाली कुमारी को 471 अंक मिले हैं।

दूसरा स्थान पटना जिले के बाढ़ के एसएनए कॉलेज के अमन राज व नालंदा जिले के सोसराय के किसान कॉलेज के नवीन कुमार को संयुक्त रूप से मिला है। दोनों को 470 अंक मिले हैं। तीसरा स्थान पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी के प्लस-टू जिला स्कूल के मो. शाकिब को मिला है। उन्हें 469 अंक मिले हैं। चौथा स्थान पूर्वी चंपारण जिले के ही रक्सौल के आर. आर. साह कॉलेज की कल्पना कुमारी को मिला है। उन्हें 468 अंक मिले हैं। पांचवां स्थान नालंदा जिले के नूरसराय के नूरसराय कॉलेज के प्रियांशु राज को मिला है। उन्हें 466 अंक मिले हैं।

दूसरी ओर इंटरमीडिएट आर्ट्स की टॉपर खगडिय़ा के आर. लाल कॉलेज की मधु भारती व जमुई जिले के सिमुलतला आवासीय विद्यालय के कैलाश कुमार को 463 अंक मिले हैं। दूसरा स्थान भागलपुर के टीएनबी कॉलेज की नन्दिनी भारती को मिला है। उन्हें 461 अंक मिले हैं। तीसरा स्थान गोपालगंज के एमएम मेमोरियल उर्दू हाई स्कूल के अभिषेक कुमार को मिला है। उन्हें 460 अंक मिले हैं।

चौथा स्थान नालंदा जिले के अंगारीधाम के एलएसटी कॉलेज की स्वेता रानी को मिला है। उन्हें 458 अंक मिले हैं। पांचवां स्थान पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया के गुलाब मेमोरियल कॉलेज की शाल्वी कुमारी व उसी जिले के बगहा के प्लस-टू बालिका हाई स्कूल की प्रिया कुमारी को संयुक्त रूप से मिला है। दोनों को 455 अंक मिले हैं।

इससे इतर इंटरमीडिएट कॉमर्स की टॉपर औरंगाबाद के एस. एन. सिन्हा कॉलेज की सुगंधा कुमारी को 471 अंक मिले हैं। दूसरा स्थान किशनगंज के इंटर हाई स्कूल के मो. चांद को मिला है। उन्हें 470 अंक मिले हैं। तीसरा स्थान बक्सर के एमपी हाई स्कूल की प्रीति सिंह व किशनगंज के इंटर हाई स्कूल के मो. एहतेशाम ने संयुक्त रूप से प्राप्त किया है। दोनों को 468 अंक मिले हैं।

चौथा स्थान औरंगाबाद के एसएन सिन्हा कॉलेज की शाहिमा बानो, पश्चिमी चंपारण के बेतिया के संत टेरेसा गल्र्स हाई स्कूल की मैत्रिका वर्मा व उसी स्कूल की रक्षा राज को संयुक्त रूप से मिला है। तीनों को 467 अंक मिले हैं। पांचवां स्थान पश्चिम चंपारण के बेतिया के गुलाब मेमोरियल कॉलेज की शिवानी कुमारी व किशनगंज के इंटर हाई स्कूल के पियुष साहा को मिला है। दोनों को 465 अंक मिले हैं।

78.04 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण

राज्य में इंटरमीडिएट की परीक्षा में 78.04 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं। सफलता हासिल करने वालों में सर्वाधिक 91.48 प्रतिशत परीक्षार्थी इंटरमीडिएट कॉमर्स के हैं। इंटरमीडिएट आर्ट्स के 77.97 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली है। इंटरमीडिएट साइंस के 76.28 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे हैं।

तीनों संकायों को मिला दें, तो इंटरमीडिएट की परीक्षा में 3 लाख 61 हजार 597 परीक्षार्थियों को फस्र्ट डिवीजन, 5 लाख 42 हजार 993 परीक्षार्थियों को सेकेंड डिवीजन एवं 1 लाख 41 हजार 352 परीक्षार्थियों को थर्ड डिवीजन मिला है। इंटरमीडिएट की परीक्षा में 13 लाख 40 हजार 267 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 6 लाख 96 हजार 589 छात्र एवं 6 लाख 43 हजार 678 छात्राएं थीं। इनमें 10 लाख 45 हजार 950 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।

संकायवार बात करें, तो इंटरमीडिएट साइंस की परीक्षा में 5 लाख 39 हजार 131 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 3 लाख 68 हजार 511 छात्र एवं 1 लाख 70 हजार 620 छात्राएं थीं। इनमें 4 लाख 11 हजार 267 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। 2 लाख 14 हजार 657 परीक्षार्थियों को फस्र्ट डिवीजन, 1 लाख 88 हजार 574 परीक्षार्थियों को सेकेंड डिवीजन एवं 8 हजार 36 परीक्षार्थियों को थर्ड डिवीजन मिला है।

इंटरमीडिएट कॉमर्स की परीक्षा में 73 हजार 901 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 48 हजार 441 छात्र एवं 25 हजार 460 छात्राएं थीं। इनमें 67 हजार 606 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। 37 हजार 258 परीक्षार्थियों को फस्र्ट डिवीजन, 24 हजार 242 परीक्षार्थियों को सेकेंड डिवीजन एवं 6 हजार 106 परीक्षार्थियों को थर्ड डिवीजन मिला है।

21 दिनों में ही आया रिजल्ट

इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्ट मात्र 21 दिनों में ही आया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने बताया कि समिति द्वारा आधुनिक तकनीक के माध्यम से परीक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है, जिसका परिणाम है कि 13 लाख से भी अधिक विद्यार्थियों का रिजल्ट मात्र 21 दिनों के अंदर प्रकाशित किया गया है, जो पूरे देश में अपने आप में एक कीर्तिमान है।

इंटरमीडिएट की परीक्षा 13 फरवरी को समाप्त हुई। इसकी कॉपियों की जांच पांच मार्च से शुरू हुई। लगभग 71.59 लाख कॉपियों एवं लगभग 71.59 लाख ओएमआर शीट की जांच करते हुए रिकार्ड 21 दिनों के अंदर परीक्षाफल घोषित किया गया, जो पूरे देश में एक रिकार्ड है। इसके पहले वर्ष 2020 में समिति द्वारा इंटरमीडिएट मूल्यांकन प्रारंभ होने की तिथि से मात्र 25 दिनों के अंदर रिजल्ट जारी कर पूरे देश में परीक्षाफल प्रकाशन में कीर्तिमान स्थापित किया गया था।

पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी रिजल्ट प्रोसेसिंग के लिए एक नया सॉफ्टवेयर तैयार कराया गया था, जिसके रिजल्ट प्रोसेसिंग की गति पिछले सॉफ्टवेयर की तुलना में 16 गुणा अधिक है। यह सॉफ्टवेयर भी देश में पहली बार समिति द्वारा पिछले वर्ष तैयार कराया गया था।