नई दिल्लीः भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख से कुछ वीडियो और तस्वीरें जारी की हैं। तस्वीरों में पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण दोनों तटों से पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को पीछे हटते हुए दिखाया गया है।
इन वीडियो में चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा कुछ संरचनाओं को समतल करने के लिए बुलडोजर का उपयोग करते हुए दिखाया है। साथ ही इसमें चीन के सैनिकों को उपकरण, वाहनों के साथ पीछे हटने की तैयारी करते दिखाया गया है।
तस्वीरों और वीडियो में पैंगांग झील के उत्तरी और दक्षिण दोनों ही किनारों से सैनिकों के पीछे हटने की तेज प्रक्रिया दिखायी गई है। साथ ही इसमें सैनिकों को पीछे जाते, मशीनें हटाने तथा बंकर, चौकी और तंबू जैसी अस्थायी संरचनाओं को ध्वस्त करते दिखाया गया है।
रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा कि पीछे हटने की प्रक्रिया में तेजी आ रही है और इसके सप्ताह के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में, दोनों पक्षों ने क्षेत्र में कई बंकर, अस्थायी चौकियों और अन्य संरचनाओं को हटाया है।
वहीं दोनों पक्ष अपने सैनिकों की संख्या भी कम कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि दोनों ओर के फील्ड कमांडर लगभग रोजाना आधार पर बैठक कर रहे हैं ताकि उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के नौ दौर के बाद पीछे हटने पर बनी सहमति के अनुसार इसकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।
भारतीय सेना द्वारा जारी किए गए वीडियो में पीएलए के सैनिकों को वापस मार्च करते हुए भी दिखाया गया है। वहीं इसमें कुछ वाहन इन सैनिकों को निकटतम ठिकानों पर वापस ले जाने के लिए खड़े नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे पीछे हटने की प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया गत बुधवार को शुरू हुई थी। बृहस्पतिवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में इस संबंध में हुए समझौते के बारे में एक विस्तृत वक्तव्य दिया था। उन्होंने कहा था, ”चीन अपनी सेना की टुकड़ियों को उत्तरी किनारे में फिंगर आठ के पूरब की दिशा की तरफ रखेगा।