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इंडिया नाम को लेकर MK स्टालिन का केंद्र पर तंज, कहा- BJP ने भारत बदलने का वादा किया, लेकिन 9 साल केवल नाम बदला – I


नई दिल्ली, । G20 शिखर सम्मेलन से पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, कयास लगाए जाने लगे हैं कि केंद्र सरकार अब देश का नाम बदलने वाली है। दरअसल, राष्ट्रपति भवन की ओर से जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान डिनर के निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा हुआ था, जिसे कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शेयर किया है।

तमिलनाडु के सीएम ने कसा तंज

इस आमंत्रण पत्र को लेकर विपक्षी दलों में हलचल मची हुई है। लगातार वह भाजपा की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमलावर नजर आ रही है। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने इसको लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इसी कड़ी में अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर किया है।

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “फासीवादी भाजपा शासन को उखाड़ फेंकने के लिए गैर-भाजपा ताकतें एकजुट होकर गठबंधन बनाया और उसको उपयुक्त नाम #INDIA देने के बाद, अब भाजपा ‘इंडिया’ को ‘भारत’ में बदलना चाह रही है। बीजेपी ने भारत को बदलने का वादा किया था, लेकिन 9 साल बाद हमें केवल नाम में बदलाव मिला! ऐसा लगता है कि भाजपा INDIA नाम से घबरा गई है, क्योंकि वे विपक्षी एकता की ताकत को पहचानते हैं। चुनाव के दौरान INDIA बीजेपी को सत्ता से बाहर करेगा!”  

 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने शेयर किया निमंत्रण पत्र

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,”तो ये खबर वाकई सच है। राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी20 रात्रिभोज के लिए सामान्य प्रोटोकॉल ‘President Of India’ की बजाय ‘President Of Bharat’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है। अब, संविधान में अनुच्छेद 1 हो सकता है: “भारत, जो इंडिया था, राज्यों का एक संघ होगा, लेकिन अब इस ‘राज्यों के संघ’ पर भी हमला हो रहा है।”

 

केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार

हालांकि, विपक्षी दलों के दावे पर केंद्रीय मंत्रियों ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जयराम रमेश के दावे पर कहा कि उन्हें हर चीज से समस्या है और मुझे कुछ नहीं कहना है। उन्होंने कहा, “मैं ‘भारतवासी’ हूं, मेरे देश का नाम ‘भारत’ था और हमेशा ‘भारत’ ही रहेगा। अगर कांग्रेस को इससे दिक्कत है तो, उन्हें इसका इलाज खुद ढूंढना चाहिए।”