इंश्योरेंस कंपनियां कई बार एजेंट को IRDAI की तरफ से तय नियम से अधिक कमीशन भी देती है। लेकिन अब इंश्योरेंस कंपनियां ऐसा नहीं कर पाएंगी। इससे ग्राहकों को कम पैसा चुकाना होगा। ऑनलाइन इंश्योरेंस कराने पर यह नियम एग्रीगेटर पर लागू होगा। ग्राहकों को एग्रीगेटर को दी जाने वाली कमीशन की पूरी जानकारी दी जाएगी। इंश्योरेंस कंपनियों के मुताबिक ऑनलाइन या एजेंट के माध्यम से इंश्योरेंस कराने पर ग्राहक को समान भुगतान करना पड़ता है। अभी एक ही प्रकार का हेल्थ इंश्योरेंस या मोटर इंश्योरेंस लेने पर अलग-अलग कंपनियों का अलग-अलग प्रीमियम होता है।
सूत्रों के मुताबिक इसकी एक वजह एजेंट की कमीशन भी हो सकती है और जुलाई में कभी भी यह नियम लागू हो सकता है। हालांकि, IRDAI के इस फैसले का इंश्योरेंस कंपनियां तहे दिल से स्वागत नहीं कर रही है। एलआईसी मुख्य रूप से अपने एजेंट पर निर्भर करती है और इस फैसले से एजेंट को नुकसान हो सकता है। एजेंटों ने बताया कि कमीशन के उजागर होने से ग्राहक उनसे कमीशन में कुछ हिस्सा देने की मांग कर सकता है क्योंकि बाजार में काफी अधिक प्रतिस्पर्धा है। इंश्योरेंस कंपनियों के कर्मचारियों के मुताबिक जनरल इंश्योरेंस कंपनियां हेल्थ और मोटर इंश्योरेंस पर अपने एजेंट को 15 फीसद कमीशन और चार फीसद तक का इंसेंटिव देती है। लाइफ इंश्योरेंस के मामले में कमीशन इंश्योरेंस की अवधि पर निर्भर करती है।
एसबीआइ जनरल इंश्योरेंस ने लांच किया साइबर इंश्योरेंस, मात्र 57 रुपए से शुरू
मंगलवार को एसबीआइ लाइफ ने खुदरा ग्राहकों के लिए साइबर इंश्योरेंस की शुरुआत की। साइबर वोल्टेज नामक इस इंश्योरेंस से बैंक खाते में रखे गए 10,000 रुपए से लेकर एक करोड़ रुपए तक का इंश्योरेंस कराया जा सकता है। इसके लिए 57 रुपए से लेकर 2147 रुपए तक का प्रीमियम देना होगा जो विभिन्न शर्तों पर निर्भर होगा।