तेहरान। हमास चीफ इस्माइल हानिया की आज एयरस्ट्राइक हमले में मौत हो गई। ईरान की राजधानी तेहरान में उसके आवास पर एयर स्ट्राइक की गई। इस हमले में वो और उसका बॉडीगार्ड मारा गया। हमास चीफ का मारा जाना इजरायल के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
ईरानी सरकारी मीडिया के अनुसार, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के पूर्व कमांडर मोहसेन रेजाई ने बुधवार को इजरायल को कड़ी चेतावनी दी है। रेजाई ने कहा कि तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के लिए इजरायल को “भारी कीमत चुकानी पड़ेगी”।
हमारे भाई की मौत बेकार नहीं जाएगी- अबू जुहरी
हमास के वरिष्ठ अधिकारी सामी अबू जुहरी ने कहा, हमारे भाई (इस्माइल हानिया) की मौत के बाद भी इजरायल अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सकेगा। हमास एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा है। एक संस्था है। हमास जीत की ओर निरंतर बढ़ता जाएगा। वहीं, हमास ने धमकी दी है कि उसके चीफ की मौत बेकार नहीं जाएगी। हमास इस हत्या का बदला जरूर लेगा।
हमास ने इजरायल पर लगाए हत्या के आरोप
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बुधवार को तेहरान में इस्माइल हानिया की मौत की पुष्टि कर दी है। हमास ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है।
दरअसल, पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल में हमला किया था। इस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 250 लोगों को बंधक बनाया गया था। इस हमले के बाद से हमास के टॉप लीडर्स इजरायल के निशाने पर हैं।
2019 में हानिया ने छोड़ी थी गाजा पट्टी
हानिया ने 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी और कतर में रह रहे थे। गाजा में हमास के शीर्ष नेता येह्या सिनवार हैं, जिसने 7 अक्टूबर के हमले की साजिश रची थी। इससे पहले अप्रैल में हानिया के परिवार पर इजरायल की ओर से हमला किया गया था।
इजरायली एयरस्ट्राइक में हमास के तीन बेटे और चार पोते मारे गए थे। हमास ने इस हमले को आतंकी कार्रवाई बताया था। कुछ समय पहले इस्माइल हानिया ने कहा था कि इजरायल के साथ इस जंग में उसके परिवार के 60 लोगों की मौत हुई है। इजरायल से इस जंग में फिलिस्तीन में अब तक करीब 38 हजार लोग मारे गए हैं।