देहरादून। Uttarakhand Assembly Elections 2022 कांग्रेस ने विजय सम्मान रैली के जरिये पूर्व सैनिक और सैन्य पृष्ठभूमि के मतदाताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इसके लिए रैली स्थल पर सीडीएस स्व जनरल बिपिन रावत का कटआउट लगाने के साथ ही रैली के आयोजन को लेकर शहर में लगाए गए विभिन्न पोस्टर में भी उन्हें जगह दी गई थी। मंच पर राहुल गांधी पूर्व सैनिकों से आत्मीयता से मिले और उनसे चर्चा करते नजर आए।
कांग्रेस ने विजय दिवस के अवसर पर आयोजित विजय सम्मान रैली का पूरा खाका ही पूर्व सैनिकों को केंद्र में रखकर खींचा। रैली में न केवल 1971 युद्ध के विजेताओं को सम्मानित किया गया, बल्कि उनसे सीधे जुड़ने का भी प्रयास किया गया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कई बार उत्तराखंड के सेनानियों के बलिदान का जिक्र किया। उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी के बलिदान का जिक्र करते हुए खुद को उत्तराखंड से जोड़ा। अपने संबोधन के बाद उन्होंने सम्मानित किए गए पूर्व सैनिकों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाए।
वहीं, अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी अपने संबोधन के केंद्र में 1971 के युद्ध और प्रदेश के सैनिकों व बलिदानियों को रखा। हाल ही में हेलीकाप्टर दुर्घटना में प्राण गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को भी कांग्रेस ने सम्मान कार्यक्रम के केंद्र में रखा। रैली स्थल पर उनका एक विशाल कटआउट लगाया गया। विशेष यह कि यह कटआउट बगल में लगे राहुल के कटआउट से भी बड़ा था। कांग्रेस के इस कदम को पूर्व सैनिकों की जनरल के प्रति संवेदना को अपने पक्ष में करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
फौजी टोपी व प्रतीक चिह्न किया भेंट
कार्यक्रम को सैन्य परिवेश में रंगने में कांग्रेस ने पूरा प्रयास किया। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को फौजी टोपी, जैकेट और प्रतीक चिह्न भेंट किया गया। उन्हें स्मृति चिह्न के रूप में केदारनाथ धाम की तस्वीर और गंगाजलि भी भेंट की गई।