- पिथौरागढ़ में चीन सीमा से लगे करीब 80 गांव अलग-थलग पड़े।
- हरिद्वार और देवप्रयाग में गंगा खतरे के निशान से ऊपर।
- बदरीनाथ राजमार्ग एनएच-58 समेत कई अन्य मार्ग भी बंद।
- कालसी में बादल फटे, भूस्खल हुआ। राज्य में कई स्थानों पर लोग फंसे।
देहरादून।
उत्तराखंड पहुंचे मानसून ने राज्य के पहाड़ी जिलों में तबाही मचाना शुरू कर दिया है। जगह-जगह सड़कें बंद हो गई हैं। पिथौरागढ़ में चीन सीमा से लगे करीब 80 गांव अलग थलग पड़ गए हैं। गंगा सहित कई नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। नदियों और नालों में पानी बढ़ने से लोगों के घरों में पानी घुस रहा है।
मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी देते हुए उत्तराखंड पौड़ी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर, चंपावत जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।
बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह भूस्खलन होने से बंद है। ऋषिकेश सहित कई स्थानों पर बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।
मौसम के मिजाज को देखते हुए सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान 294 मीटर से ऊपर 294.40 मीटर पर बह रही है। पानी के बहाव में भारी मात्रा में सिल्ट आने के कारण गंगनहर को बंद करना पड़ा है।