लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन की उलटी गिनती शुरू होने के बीच में सभी राजनीतिक दलों की सक्रियता काफी बढ़ गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व एमएलसी लवकुश मिश्रा ने अपने कई समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी के घोषणा पत्र की वरीयता जारी करने के क्रम में बताया कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल कर दिया जाएगा। इसको तो हम समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल करेंगे। प्रदेश में 2005 से पहले सरकारी नौकरी पाने वाले पूर्व कर्मचारियों को मिलने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पुरानी पेंशन लागू करने के लिए 14 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकारी खजाना खोलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों का इंकलाब होगा और बाईस में बदलाव होगा। अखिलेश यादव ने कहा कि आउटसोर्सिंग और ठेका प्रथा अच्छी प्रथा नहीं है, इससे शोषण हो रहा है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान की इससे अवहेलना हो रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम इसके साथ ही यश भारती सम्मान को भी बहाल करेंगे। उन्होंने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने हर क्षेत्र में उत्कृष्ठ काम करने वालों को सम्मानित करने के लिए यश भारती सम्मान शुरू किया था। हम इसको फिर से शुरू करने के साथ ही बुजुर्गों को पेंशन देंगे। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार तो प्रदेश के कर्मचारियों की बात नहीं सुनी है। सरकार ने शिक्षकों की फरियाद नहीं सुनी है। हम इनको न्याय देंगे। सभी कर्मचारियों का कैशलेस इलाज होगा।