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एंटीलिया केस में नया खुलासा, स्कॉर्पियो खड़ी करने के बाद वहां दोबारा आया था वझे,


मुंबई: एंटीलिया केस में NIA ने नया खुलासा किया है। एंटीलिया के सामने स्कॉर्पियो खड़ी करने के बाद वझे उसमें धमकी भरा लेटर रखना भूल गया था। तब वो पीछे आ रही इनोवा से निकल गया था। वो दोबारा मौके पर आया था और स्कॉर्पियो का दरवाजा खोलकर लेटर रखकर गया। दोबारा आने के दौरान वो CCTV में कैद हो गया।

NIA ने बताया कि वझे की ये चूक पास स्थित शॉप के CCTV में कैद हो गई। उस दौरान वझे सफेद रंग का ढीला-ढाला कुर्ता पायजामा पहना था। सीसीटीवी में इसे पीपीई किट समझ गया था। गौरतलब है कि पिछले दिनों मौके पर वझे को ले जाकर NIA की टीम ने घटनाक्रम का सीन भी रि-क्रिएट कराया था।

NIA की जांच में यह भी सामने आया है कि इस मामले में लॉजिस्टिक हेल्प के लिए वझे ने विनायक शिंदे को 50 हजार रुपए दिए थे। ये उस क्लब में कॉन्टैक्ट कराया जहां बुकी नेरश गोरे से वझे की मुलाकात हुई थी। फिलहाल गोरे भी पुलिस की गिरफ्त में है।

गौरतलब है कि NIA को इस बात के भी सबूत मिल चुके हैं कि जब मनसुख हिरेन का पोस्टमार्टम किया जा रहा था उस वक्त अस्पताल में सचिन वझे मौजूद था। ऐसे में अब NIA ने पोस्टमार्ट करने वाले डॉक्टरों को रडार पर ले लिया है। अब उन्हीं से पूछताछ जारी है। फिलहाल NIA अस्पताल के तीन डॉक्टरों से मामले को लेकर पूछताछ कर रही है।

NIA को पता चला है कि जब हिरेन का शव अस्पताल ले जाया गया था जब वहां वझे भी पहुंचा था। उसने मनसुख हिरेन के भाई विनोद हिरेन से मुलाकात भी की थी। बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच के अधिकारी अलकनूर ने वझे को अनुमति दी थी। अब अलकनूर से भी पूछा जा रहा है कि उन्होंने वझे को वहां जाने की अनुमति क्यों दी?

ध्यान देने वाली बात है कि जब तक केस क्राइम ब्रांच के पास था, केस सॉल्व करने की बजाय जांच के नाम पर सचिन वाजे सबूत मिटा रहा था। NIA की जांच में ये बात भी सामने आ चुकी है कि जहां से स्कॉर्पियो की नंबर प्लेट बदली गई थी वहां के भी सीसीटीवी फुटेज सचिन वाजे ने जांच के नाम पर हथिया लिए थे। वहां से सीसीटीवी का DVR तो ले लिया था पर रिकॉर्ड में नहीं दिखाया था।