नई दिल्ली। कहते हैं कि जुबां से निकले शब्द कभी वापस नहीं लिए जा सकते। भले ही सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को बिहार विधानसभा में दिए विवादित बयान पर माफी मांग ली है, लेकिन उनके बयान पर सियासी भूचाल खड़ा हो चुका है।
पटना से लेकर दिल्ली तक सीएम नीतीश के विवादित बयान की आलोचना हो रही है। ना सिर्फ भाजपा बल्कि विपक्षी नेताओं ने भी सीएम नीतीश के बयान की कड़ी आलोचना की है।
यह एक भद्दी टिप्पणी थी: असदुद्दीन ओवैसी
हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश कुमार के बयान की आलोचना करते हुए कहा,”विधानसभा एक पवित्र स्थान है। इसकी कुछ पवित्रता है। यह एक अभद्र भाषा थी। वो एक प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। वो एक वजीर-ए-आला हैं। यह एक भद्दी टिप्पणी थी। वो बोल सकते थे कि जितनी ज्यादा महिला पढ़ेंगी, वो अपनी औलाद को कब पैदा करना है वो खुद तय करेंगी पर बजाय इसके इस तरह की अमर्यादित भाषा का प्रयोग करना सही नहीं।”
ओवैसी ने आगे कहा,”कम से कम आप इस बात का लिहाज तो करें कि आप कहां पर खड़े हैं। ये आप रोड पर नहीं बैठे थे।”
नीतीश कुमार ने आखिर क्या कुछ कहा?
नीतीश कुमार ने मंगलवार को प्रजनन दर पर चर्चा करते हुए हाथों से कुछ इशारे किए और कहा,”हम चाहते हैं लड़की पढ़ाई करे। जब शादी होगा लड़का-लड़की में, तो जो पुरुष है वो तो रोज रात में करता है ना… तो उसी में और (बच्चा) पैदा हो जाता है। और लड़की पढ़ लेती है तो उसको मालूम रहेगा कि ऊ (पति) करेगा ठीक है, लेकिन अंतिम में भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो। उसी वजह से संख्या घट रही है।
माफी मांगते हुए नीतीश कुमार ने क्या कहा?
नीतीश कुमार ने अपने मंगलवार को दिए गए विवादित बयान पर माफी मांगते हुए बुधवार को कहा कि मैंने महिला उत्थान के लिए यह बयान दिया था, मेरा इरादा किसी को दुख पहुंचाने का नहीं था। यदि किसी को इस बात से ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं और अपने शब्द वापस लेता हूं।
मेरी निंदा करने वाले का मैं अभिनंदन करता हूं: नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने आगे कहा,”मैं न सिर्फ शर्म कर रहा हूं बल्कि खुद की निंदा भी करता हूं। नीतीश कुमार ने कहा कि अगर हमने कोई बात कही और इस पर इतनी निंदा हो रही है तो मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं। अगर कोई मेरी निंदा करता रहता था तो मैं उनका अभिनंदन करता रहता हूं।”
नीतीश कुमार के माफी मांगने के बाद बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भले ही उन्होंने माफ मांग ली है, लेकिन पूरे बिहार को शर्मसार होना पड़ा। उनकी इतनी हिम्मत कैसे हुई इस तरह का लैंगिक बयान देने की?