नई दिल्ली, । भारतीय निर्यातकों को बड़ा झटका लगा है। उद्योग निकाय फियो ने कहा है कि एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (ECGC) ने 25 फरवरी से रूस वाले शिपमेंट के लिए कवरेज वापस लेने का फैसला किया है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में ECGC ने कहा कि कमर्शियल आउटलुक के आधार पर रूस का country risk classification संशोधित करने का फैसला किया गया है।
रूस पर अपनी नीति को संशोधित करते हुए सरकारी स्वामित्व वाली संस्था ECGC ने अब उस देश को पहले की ‘ओपन कवर’ श्रेणी से Restricted Cover Category (RCC-I) में डाल दिया है। ओपन कवर श्रेणी पॉलिसीधारकों को अधिक उदार आधार पर कवर लेने में सक्षम बनाती हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि ईसीजीसी ने 25 फरवरी से रूस के लिए शिपमेंट के कवरेज को अचानक वापस ले लिया है।
इस तरह की कार्रवाई एक्सपोर्ट्स की बिरादरी के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि कार्गो, जो विभिन्न भारतीय बंदरगाहों पर खड़े हैं, शिपमेंट के लिए कवर नहीं किए जाएंगे। ECGC ने 25 फरवरी तक बिल ऑफ लैंडिंग कट ऑफ डेट को अनिवार्य कर दिया है। सहाय ने कहा कि जो नीतियां लागू हैं वह सही नहीं हैं। ईसीजीसी का यह तत्काल उठाया गया कदम निर्यातकों के लिए एक बड़ा झटका है।
भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली ईसीजीसी लिमिटेड की स्थापना 1957 में क्रेडिट जोखिम बीमा और संबंधित सेवाएं प्रदान करके देश से निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थीं। इतने साल में इसने भारतीय निर्यातकों और निर्यात ऋण देने वाले वाणिज्यिक बैंकों की जरूरतों के अनुरूप विभिन्न निर्यात ऋण जोखिम बीमा उत्पादों को डिजाइन किया है। हैंड टूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एससी रल्हन ने कहा कि अब ईसीजीसी रूस के लिए निर्यात शिपमेंट को कवर नहीं करेगा और यह निर्यातक समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है।