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एनसी चीफ फारूक अब्दुल्ला ने परिसीमन को बताया पक्षपातपूर्ण, तीन नए निर्वाचन क्षेत्र मांगे


श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में हुए परिसीमन को पक्षपातपूर्ण बताया और प्रदेश में कम से कम तीन नए संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बनाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2026 में जब पूरे देश में परिसीमन होगा तो यहां हम सही परिसीमन कराएंगे और उस समय भाजपा नहीं होगी।

 

त्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में पार्टी के प्रत्याशी उमर अब्दुल्ला के पक्ष में चुनावी सभा के बाद फारूक ने कहा कि यहां जो परिसीमन किया गया है, वह सही नहीं है। अनंतनाग को राजौरी से जोड़ा गया है जो किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है।

नये संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की कही बात

बेहतर होता कि बारामूला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा के पिछड़े और एलओसी के साथ सटे इलाकों को जोड़कर उनका एक नया संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बनाया जाता। ऐसा तो नहीं किया गया, किंतु बडगाम के कुछ हिस्से बारामूला-कुपवाड़ा क्षेत्र से और पुलवामा जिले को अनंतनाग सीट से अलग कर श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र के साथ जोड़ दिया गया।

फारूक ने कहा कि बेहतर होता कि राजौरी-पुंछ को एक अलग संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बनाया जाता। इतना ही नहीं, रामबन-डोडा-किश्तवाड़ को ऊधमपुर-कठुआ लोकसभा क्षेत्र से अलग कर एक नया संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बनाया जाए।

इससे संबंधित क्षेत्रों के सांसद सही तरीके से स्थानीय लोगों की उम्मीदों को पूरा कर सकेंगे और इलाके का विकास होगा। उन्होंने कहा कि अभी जो संसदीय क्षेत्र बनाए हैं, वह काफी बड़े हैं और उनकी भौगोलिक परिस्थितियां भी कठिन हैं। जो यहां परिसीमन हुआ है, वह एक खास मकसद से किया गया है।