नई दिल्ली: लोकसभा में बहस दिल्ली में तीनों नगर निगमों (एमसीडी) के एकीकरण के विधेयक पर हो रही थी, लेकिन विपक्ष और सत्ता पक्ष की ओर से दूसरे राज्यों की राजनीति साधने की भी भरपूर कोशिश हुई। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत राय ने भाजपा पर सत्तालोलुप होने का आरोप लगाया तो गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें चुनाव के पहले और बाद में बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा का आइना दिखा दिया। पंजाब से कांग्रेस सदस्य रवनीत सिंह अपनी पार्टी की लाइन से अलग हटकर विधेयक के खिलाफ बोलने के बजाय आम आदमी पार्टी पर बरसते नजर आए।
भाजपा पर सत्ता हासिल करने के लिए साजिश का आरोप
सौगत राय ने आरोप लगाया कि केंद्र के साथ-साथ कई राज्यों में सत्ता में होने के बावजूद भाजपा की सत्ता की भूख खत्म नहीं हो रही है और अब वह एमसीडी जैसी स्थानीय निकाय पर सत्ता को बनाए रखने के लिए एकीकरण के बहाने चुनाव टालने की कोशिश में जुटी है। इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि सत्ता में आने की कोशिश करना कोई गलत काम नहीं है और सभी राजनीतिक पार्टियों का यही उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि गोवा में इसी उद्देश्य से तृणमूल कांग्रेस विधानसभा का चुनाव लड़ने गई थी। लेकिन भाजपा सिर्फ लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव जीतकर सत्ता में आना चाहती है।