भारत छोड़ो आंदोलन में मिलर हाइ स्कूल का योगदान तब तक याद रहेगा, जब तक भारत की आजादी लोगों के जेहन में रहेगा
पटना (आससे)। देवीपद चौधरी शहीद स्मारक (मिलर) हाइ स्कूल के नये भवन का उद्घाटन शनिवार को हुआ। नये भवन का उद्घाटन शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने किया। भवन का उद्घाटन करने के पहले शिक्षा मंत्री ने देवीपद चौधरी के मूर्ति पर माला चढ़ा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब पंचायत स्तर पर प्लस टू स्कूल हो गये है। पढ़ाई शुरू हो गयी है। कोविड-19 के कारण बंद पड़े स्कूल खुल गये हैं। इससे पहले ऑनलाइन पढ़ाई जारी थी, लेकिन ऑफलाइन क्लास का विकल्प कभी भी ऑनलाइन नहीं हो सकता है। क्लास रूम पढ़ाई का कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि स्कूल में आकर बच्चे शिक्षक से उनके आचार, व्यवहार आदि सीखते है। बच्चों के अंदर अनुशासन आता है।
उन्होंने कहा कि मिलर स्कूल में कदम रखने मात्र से एक इतिहास की खुशबू का एहसास होता है। यह स्कूल इतिहास के उस दौड़ का है, जब पूरा विश्व प्रथम विश्वयुद्ध के साये में निकला था। ऐसे समय में स्कूल की स्थापना होना बड़ी बात है। वहीं, 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में इस स्कूल का योगदान तब तक याद रहेगा, जब तक भारत की आजादी लोगों के जेहन में रहेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने कहा कि स्कूल भवन के साथ उसके रख रखाव का भी ख्याल रखना चाहिए। साफ सफाई सबसे जरूरी है। उन्होंने पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार को सभी स्कूल पर सफाई संबंधित नजर रखने को कहा। पूर्व शिक्षा मंत्री और मिलर स्कूल के पूर्व छात्र कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने कहा कि मेरे लिए यह काफी गौरव की बात है। पूर्ववर्ती छात्र होने के नाते हमेशा स्कूल के साथ खड़ा रहूंगा।
अतिथियों का स्वागत स्कूल के प्राचार्य डॉ आजाद चंद्रशेखर प्रसाद चौरसिया के किया। मंच संचालन स्कूल के शिक्षक विनय कुमार ने किया। इस मौके पर पूर्ववर्ती छात्र रवींद्र कुमार सिन्हा, स्कूल के प्रबंध समित के सदस्य विजय शंकर दूबे, गणित के शिक्षक अरूण दयाल के साथ अन्य शिक्षक व स्टूडेंट्स मौजूद थे।
नये भवन में प्रवेश के लिए तीन मुख्य द्वार
मिड-डे मील के कार्यालय के पास ही नया भवन बनाया गया है। नये भवन एल शेप में है। नये भवन में 14 कमरे हैं। तीन अत्याधुनिक प्रयोगशाला है। इस परिसर में जी प्लस 2 भवन बनाया है। स्कूल के नये भवन के लिए तीन करोड़ 86 लाख रुपये जारी किये गये थे। छात्रों को एक ही भवन में आधुनिक प्रयोगशाला, सभागार, कॉमन रूम के अलावे कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। नये भवन में पार्किंग की सुविधा भी है।
प्राचार्य डॉ चौरसिया ने बताया कि नये भवन में बनने में दो साल लगे है। यह तीन करोड़ 56 लाख 88 हजार में तैयार हुआ है। तीन मंजिला इस भवन में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की कक्षाएं चलेंगी। नये भवन में जल्द ही कक्षाएं शुरू होगी। भवन का मुख्य द्वारा हाई कोर्ट वाली सडक़ की तरफ खुलता है। ऐसे में प्रवेश द्वार भी अलग से बनाया जायेगा। यह प्रवेश द्वार बनने के बाद स्कूल का तीन मुख्य गेट होगा। अभी कुछ और काम होना है। डॉ॰ चौरसिया 31 अगस्त को सेवानिवृत हो रहे है।